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मैं इस राखी को कभी भी नही भूल सकती

हीफ्रेंड्स मेरा नामलोवे है.मैंदेल्ही मे रहता. मेरे घर मेमेरी मम्मी,पापाऔर मुझसे 2 सालछ्होटी सिस्टर सुमन हैं.जो अभी19 साल की हैं. मैं और सुमनहमएसा एक दोस्तकी तरह रहतेथे और मेरेदिल मे कभीभी सुमन केलिए कोई ग़लतइरादा नही था.एक बारजब मैं घरगया तो सुमनको देखा तोमुझेइंडियन सेक्सस्टोरीसभाई बहनके किससे यादआगाय.उस वक़्तमुझे मेरे सामनेमेरी बहन नहीबल्कि एक बहोटही खूबसूरत सीकच्ची काली दिखरही थी .मेरीनज़र सुमन कोघूरते हुए उसकेबोब्बस पर जाटीके उस वक़्तसुमन ने दुपट्टानही ओरह रखीथी बिल्कुल संतरेकी तरह औरकसे कसे सेथे. तभी सुमनकी नज़र मेरेतरफ गयी औरबोली ऐसे क्यादेख रहे होमैने झट सेअपनी नज़र हटाली और बोलाकुच्छ भी नहीमेरी मम्मी घरमे हमएसा रहतीहैं. इसलिए मैंसोच रहा थाकी सुमन केसाथ कैसे सेक्सके लिए राज़ीकरू.

अगलेदिन सुबह सुभहमैं उठा औरकिचें मे गयातो सुमन खानाबना रही थीमैं सुमन सेपुचछा की सुमनमम्मी कहा हैंतो सुमन बोलीमम्मी मंदिर गयीहुई हैं आधेएक घंटे मेअजाएगी.फिर मैनेकहा की सुमनएक कप छाईबना दो .सुमनछाई बनाने लगीऔर मैं किचेंसे बाहर आगेया.फिर मैनेसोचा की एकअच्छा मौका हैंएस वक़्त घरपर कोई भीनही था पापाभी गये हुएथे. मैं वापिसकिचें मे आयासुमन गॅस केपास खड़ी थीऔर उसकी पीठमेरी तरफ थी. मैं धीरे सेगया और सुमनको पिच्चे सेजकर उसके दोनोबोब्बस को दबोचलिया सुमन घबरागयी और चिल्लानाचाही पर मैनेझट से उसकामूह दबा दियाफिर मैने सुमनको प्यार सेसमझने लगा कीदर्र मत मैंहूँ सुमन नेघुस्से मे बोलीये क्या बतामीज़ीहैं मैने सुमनके बोब्बस कोफिर पाकर करउसके होतो कोचूम लिया औरबोला सुमन लोवे तुममुझे बहोट अच्छीलगती हो प्ल्ज़बुरा मत मानोसुमन मुझे दाखेलतेबोली लोवे तुमतुमहरे दिमाग़ मे मेरेबारे कैसे किसेख्याल हैं, चुपछाप यहा सेजाओ नही तोमैं मम्मी कोसब बता दूँगी.

औरमैं उसे सॉरीबोल कर बाहरआगेया. थोड़ी देर मेमम्मी मंदिर सेआगाय और मेरीबुआ भी उसीवक़्त आगाय .फिरहम बुआ सेबाते करने लगे.सुमन ने मम्मीसे इस बारेमे कुच्छ भीनही बोली. मेरीबुआ थोड़ी सरर्तीहैं और अकसरहमसे खुल करबात करती हैं.शाम कोज्ब मैं अकेलाथा तो बुआमेरे पास आईऔर बोली कीअगर तुमसे बर्दस्तनही होता तोतुम्हारी मम्मी से तुम्हारीशादी की बातचलौ, मैं चुंकगया और बोलाबुआ आप भीलगी मज़ाक करनेमैं इतनी जल्दीशादी नही करनेवाला.बुआ बोलीअरे बीबी आगाएगीतो कम सेकमबहन पर तोनही हाथ डालोगे.और बुआ नेअपनी एक आँखदबा दी मींसमझ गया कीसुमन ने बुआसे सब बतादी हैं. बुआने चल कोईबात नही परआयेज से ऐसामत करना. अगलेदिन मैं वापिसदेल्ही अगया. अपने कममे मासगुल होगया अब मैंघर ना तोफोन करता नही3 महीने मे घरजाता था घरसे मम्मी काफोन आअता तोबात करलेता थाअगर सुमन होतीतो फोन काटदिया करता था.इस तरहमुझे पूरे एकसाल हो गयेमम्मी जब भीघर आने केलिए कहती तोमैं झुत बोलदेता की मम्मीच्छुतटी नही मिलरही हैं.पापाआकर मुझसे मिकरचले जाते थे.

एकदिन सुमन काफोन आया औरवो रोटी हुईबोली लोवे प्ल्ज़फोन मत काटनापहले बात तोसुन लो मैनेकह की बोलक्या बोलना हैंतो बोली क्याबात हैं तुमघर नही अरहेहो मुझसे क्याग़लती हो गयी.तुम जो चाहतेथे वो ग़लतथा और मैनेमाना कर दियाबस इतनी सीबात .मैने कहाकी तुम्हे येबात बुआ कोक्यो बताई सुमनबोली मैने तोबस इसलिए कहीथी की वोतुम्हे समझा देगीऔर बुआ येबात किसी कोनही बताएगी. मैनेकहा की ठीकहैं अब मैंसमझ गया हूँ. और कुच्छ तोसुमन ने पुचछाकी घर कबआओगे.मैने उसेकह दिया कीएब्ब कभी नहीअवँगा.सुमन बोलीक्यो तो मैनेसॉफ सफ़फ़ कहदिया मैं घरअवँगा और अगरफिर वही हरकतकर दिया औरफिर तुम बुआसे बोल डोगीऔर मैं इसलिएघर नही आनाचाहता. सुमन रोनेलगी और बोलीलोवे प्ल्ज़ घरआजओ और फिरअगले हफ्ते रक्षाबन्धनभी मम्मी तुम्हेरोज याद करतीरहती हैं प्ल्ज़.मैने कहाकी मैं घरतभी अवँगा जबतुम मुझे किसकरने डोगी औरअपने बदन कोच्छुने डोगी नहीतो नही अवँगा.सुमन बोलीलोवे तुम पागलतो नही होगये मैं तुम्हारीबहन हूँ औरतुम मेरे साथएसा सोचते होमैने कहा कीतुम मेरी एकअच्छी दोस्त भीहो और तुममेरे प्रॉबलूम कोनही समझोगी तोकौन सांझेगा.

औरमैं तुम्हे सिर्फ़छ्चना ही चाहताहूँ इसमे ग़लतक्या हैं.सोचलोऔर सोच करकल तक बतादेना तभी रखीतक आसकूँगा नहीतो नही ओँगा. अगले दिन सुमनका फोन आयाऔर वो बोलीठीक हैं मुझेमंजूर हैं परजल्दी आना .मैंखुस हो गयाकी मेरी तरकीबकामयाब हो गयी,और मैंघर जाने कीतैयारी करने लगा.मैं रखी केसे दो दिनपहले घर पहुच्छगया सुमन थोड़ीनर्वस सी थीपर खुस थीकी मैं घरआगेया हूँ. दोदिन मुझे मौकाही नही मिलपा रहा थाकी मैं सुमनके साथ कुच्छकरू क्योकि सुमनहर वक़्त मम्मीके साथ होतीथी. वो जनभुजकर मम्मी सेअलग नही होतीथी.मैं भीमौका की तलाशमे रहता था.रखी केदिन से एकदिन पहले हीरात मे मम्मीने मुझसे कहाकी बेटा कलरखी हैं बहोटदिन हो गयेमैं तुम्हारी मामासे नही मिलीसोचती हूँ कलचली जौ वैसेभी घर कोअकेला छ्चोड़ करजाने का दिलनही करता हैंअभी तू हैंतो कल मैंऔर तेरे पापाकालसुभह तेरी बुआसे मिलते हुएतेरे मम्मा केघर चले जाएँगे.म्नाने कहा कीठीक हैं मम्मीमैं अभी यहाहूँ तो तुम्हेचिंता करने कीज़रूरत नही हैंआप आराम सेजाओ. अगले दिनमम्मी और पापासुबह 5 बजे हीघर से निकलगये मैं उन्हेबस स्टॅंड तकछ्चोड़ कर आयावापिस आने केबाद मैं नहानेचला गया औरसुमन नाहकार तैयारबैठी थी रखीबंधने के लिए.

मैंतैयार हो करबेड पर बैठगया सुमन हाथमे तली लिएहुए जिसमे रखीमिठाई और दियाजल रहा थावो मेरे पासआई और बोलीलोवे अपना हाथआयेज करो मैनेकहा की पहलेतुम अपना वाडापूरा करो तबमैं रखी बँधवौनगासुमन ने कहाकी लोवे मज़ाकनही मैने कहामैं कोई मज़ाकनही कर रहाहूँ.सिर्फ़ हाँया ना, सुमनने कहा लोवेप्ल्ज़ आज तोकम से कमऐसी बात मतकरो. मैने कहाकी सुमन तुमजाओ मैं कलही वापिस चलाजौंगा ओक बाइ. और मैं बेडसे उठ करजाने लगा तोसुमन ने मेराहाथ पाकर करबेड पर बैठादी और बोलीबताओ तुम क्याचाहते हो, मैनेकहा की मैंएक बार तुम्हेसिर्फ़ ब्रा औरपनटी मे देखनाचाहता हूँ. तोसुमन बोली इतनीबात ठीक वोतो तुम कभीभी देख लेना.मैने कहानही अभी औरइसी वक़्त. वोबोली अभी मुझेसारम आराही हैं. मैने कहा कीकोई बात नहीअगर तुम चाहोतो मैं भीअपने कपड़े उतारदेता हूँ औरमैने अपने कपड़ेउतार दिए सिर्फ़अंडरवेर पर थासुमन सर्मा करदूसरे कमरे मेचली गयी थोड़ीदेर बाद वोवापिस आई तोसिर्फ़ ब्रा औरपैंटी मे थी. उसे देखते हीमेरा लंड टनगया मैने अपनेआप पर कंट्रोलकिया और सुमनसे बोला सरमाओमत अब आकररखी बांधो.

सुमनने मुझे आकररखी बंदी फिरमेरे मूह मेमिठाई खिलाई मैनेअपने होतो सेआधी ही मिठाईको पकड़ा औरकड़ा होकर सुमनसे के पासगया और मूहमे दबी हुईमिठाई सुमन केखाने के लिएबोला, सुमन नेमेरे होतो सेदबी हुई मिठाईको अपने होतोसे पकड़ी फिरहम दोनो हीमिठाई खाते हुएएक दूसरे केहोतो तक पहुचगये मैने सुमनके होतो कोअपने होतो सेचिपका कर उसेचूसने लगा औरसुमन को गरमकरने लगा मैंउसे बेतहासा चूमनेलगा थोड़ी देरमे ही सुमनकी साँसे तेजतेज चलाने लगीऔर वो बोलीलोवे बहोट मज़ाआरहा हैं फिरमैने उसका ब्राऔर पैंटी उतारदिया और उसेबेड पा पटकदिया फिर मैंउसके उपर चाडगया फिर मैनेउसके छूट कोसहलाने लगा औरअपना लंड उसकेछू मे डालनेलगा तो वोचिहुनक गयी औरबोली नही लोवेदर्द होता हैंफिर मैने अपनालंड उसके मूहमे डाला औरउसे मूह कोछोड़ने लगा औरअपना सारा गुमउसके मूह मेही निकल दियाफिर मैने सुमनके छूट मेतोड़ा सा आयिलदल कर उसेसहलाने लगा औरसुमन मेरे लॅंडको सहला रहीथी थोड़ी हीदेर मे मेरालंड फिर टनगया और मैंसुमन के छूटमे अपना लंडधीरे धीरे डालनेलगा तो सुमनफिर बोली लोवेधीरे धीरे दर्दहो रहा हैंऔर,


मैंधीरे धीरे सुमनके छूट मेअपना लंड डालनेलगा जैसे हीमेरा लंड सुमनके छूट केअंदर गया वोचिल्ला पड़ी मैनेकहा की कोईबात नही फिरमैं उसे आरामआराम से छोड़नेलगा अब वोभी मज़े लेरही थी हमदोनो एक दूसरेके मूह मेजीभ दल करचूस रहे थेउसके बाद सुमनने मुझसे ज़ोरसे लिपट गयीऔर फिर धीरेधीरे ठंडी होगयी मैं समझगया की सुमनझाड़ गयी हैंऔर फिर मैनेभी अपना रससुमन की छूटमे छोड़ दियासुमन उच्छल पड़ीऔर बोली कीतुम्हारा रस कितनागरम हैं.फिरहम दोनो नंगेही एक दूसरेसे लिपट करसो गये अगलेदिन सुबह जबमेरी आँख खुलीतो सुमन सोरही ही मैनेउसे अपने गोदमे उताया औरबात रूम मेले गया औरनाल खोल करसीधा पानी उसकेउपाप्र दल दियावो उठ गयीऔर मुझपर पानीडालने लगी फिरहम दोनो नहानेलगे सुमन मेरेबदन पर सोपलगा रही थीऔर मैं सुमनके नंगे बदनपर सोप लगारहा था फिरमैने सुमन कीफर्श पर सोलाकर उसकी छूमे अपना लंडडाला और फिरउसे छोड़ने लगा.उसे छोड़ने केबाद हम दोनोनाहकार फेश हुएतो मैने पूछाकी सुमन कैसालगा रखी बँधाईका तोहफा, सुमनबोली लोवे मुझेनही पता थाकी इस खेलमे इयना मज़ाहैं तुम्हारा येतोहफा मेरे तुम्हारेदिए हुए सारेओहफ़ो से भीकीमती हैं मैंइस रखी कोकभी भी नहीभूल सकती औरवो मेरे करीबआकर मुझसे लिपटगयी. इस तारहमैने सुमन केसाथ अपना सेक्सकी सुरुआत कियाऔर अब मैंअपनी सेक्सी बुआऔर उनकी 15 सालकी खूबसूरत बेटीको छोड़ने काप्लान बना रहाहूँ क्योकि मेरीसेक्सी लाइफ कीराजदार मेरी बुआभी तो हैं

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