मेरा रोमांच मुझे रियल फूहड़ बनाया

हेलो!!! मेरा नाम रक्षाहे. मे 24 सालकी शादी शुदाऔरत हू औरह्यूम 1 बाकची हे. दर असल मेउप से बिलॉंगकरती हू औरमेरा हुमारे हीएरिया मे 1 लड़के साथ चक्करथा. उसका नामविकास था परज्ब मेरे पेरेंट्सको टा चलाटीबी उन्होने हुमारीज़बरदस्ती शादी करवादी. मेरे पतिसुशील बहोट हीहासमुख और शांतस्वाभाव आदमीहे. वेसए तोसब ठीक चलरा था प्रफिर भी मूज़ेकुछ कमी महसूसहोती थी. हाये कमी थीमेरे आड्वेंचर्स की. विकास जो मेराब्फ था बहोटही ज़्यादा आवेंटूरेसथा. उसने कईबार मूज़े कॉलेजमे धार दबोचाथा. चालू लेक्चर्समे वो मेरेस्तानो से खेलतारहता था.

पहलेतो मूज़े अजीबलगता था परउसकी खुशी लिए करना पड़ताथा. पर विकासने क्ब उसकीखुशी को मेरीआदत बना दीमूज़े ही पता चला. कॉलेज बाद वोमूज़े घूमने लेजाता और कईबार रास्ते मेही सुनसान जगहपर गाड़ी लगाकरमूज़े किस करताऔर मेरे स्तानोसे खेलता रहता. धीरे धीरे उसकीये आदते बढ़नेलगी थी. अबवो मेरे स्तानोको बीच रास्तेमे बाहर निकलकर चूस्टा थातो कई बारकॉलेज मे हीमूज़े ब्रा काकलर उसे दिखनापड़ता था. मेभी उसकी दीवानीहो रही थीऔर अब उसकेहर साहस मेसाथ दे रहीथी.

आख़िरवो दिन ही गया जबहुमारा सबसे बड़ाअड्वेंचर होने वालाथा जो कीहुँने बिल्कुल तयनि किया था. वो होली कादिन था. मेअपने सहेलियो साथ होली कीमज़ा लूट र्हीथी तब विकासने मूज़े पीछेसे पकड़ लिया. मेरे ही एरियामे उसकी इसहरकत मूज़े गुस्सा गया औरमेने उसे हटादिया ओर डोरचली गयइ. वोमूज़े मानने आयातब मे उसपेखूब चिल्लाई ओरवो गुस्सेसे चल दिया. विकास एक आंग्रीयंग मान थागुस्से मे वोकुछ करसकता था इसबात की जबमूज़े खबर हुईतो मे उसकेपीछे भाग निकली. खूब ढूँडने पर वो नईमिला अब मूज़ेखुद प्र हीगुस्सा राथा पर टीबीमूज़े याद आयाकी वो कहाजा सकता हे.

वोवही था जहाप्र वो मूज़ेअकेले ले जाकरखूब मसलता थाखूब मज़ा कियाथा हुँने इसजगह प्र. मेदौड़ी वाहा पहुचगयइ और उसेदेखकर सहम गयइ. मेने उसेखूब मनाया प्रवो नई मानातो मेने उसकेहाथ मेरे कमरपर रख दिएऔर उसके लिप्सपर किस करदिया पर वोअभी इंटरेसटेड नईथा. आख़िर मेनेअपनी हार मानली और उससेसज़ा की माँगकी और उसकेलिए कुछ करने का वाडाकिया. अब उसकीकाली खुल गयइवो अब गुस्साथूक चुका था. उसने वही रास्तेप्र अपनी ट्राउज़रनीचे की औरमेर हाथ उसकेअंडरवेर पर रखदिया. मेने इससे पहले कईबार उसका लंडपकड़ा था हिलाया था.. हापर उसके लाखकहने पर मेने उसे चोसानई था. अबमे समाज गयइवो क्या चाहताथा. मे उसेखोना नई चाहतीथी. मेने ज़तसे उसकी अंडरवेरको नीचे कियातो उसका 6” कालंड मेरे सामने गया. परअगले ही पलउसने मूज़े हटादिया अब मेरेहोश उड़ गये.. पता नई अबये क्या चाहताहे मुज़से

तबउसने मुज़से कहाकी क्या तुममूज़े खुश देखनाचाहती हो? मेउसके बहो मेलिपट क्र उसेहा कह दिया.. उसने पूछा तुममेरे लिए क्याकर सकती हो?? मेने खा कुछभी अगर तुमचाहो तो अभीकिसी होटेल मेजाकर तुम मूज़ेछोड़ सकते हो.. लोवे वो हास प्डाउसने खा कीमूज़े तुज़े छोड़नानई हे अभीपर कुछ अड्वेंचरसकर मेरे लिए. मेने पूछा क्याकरू सिर्फ़ ब्यादोअब उसकीमाँग बहोट अजीबथी जिसे सुनकरमूज़े गुस्सा तोआया पर टानई क्यू मेरीयोनि गीली होगयइ. मेने उससेखा मूज़े ठीकसे बताओ क्याकरना होगा मज़े? मे चॉक गयइथी ओर इसबार कोई ओरजवाब की अपेक्षाकर र्ही थीपर उसने वहीदोहराया

उसनेकहा रक्षा तूमेउस सामने वेलपेड़ जो कीकोई 20 कदम डोरथा वाहा जाकेअपने सारे कपड़ेउतरने होंगे तबतक मे रास्ते दूसरी तरफचला जौंगाफिर तुम्हेवेसए ही नंगेमेरी तरफ आनाहोगा ओर मेरालंड चूसना होगा. मेने पूछा परअगर कोई गया तो?? मेरेकपड़े कोई लेगया तो क्याहोगा?? उसने बेज़िज़क खा टुमरीचिंता हे वोअगर करना हेतो बोलो वरनाकल से शकल मत दिखना. वेसए विकास कल्गका रिप्यूटेड लड़काथा अची ख़ासीजिम वाली बॉडीथी जिस केनीचे सोने लिए लड़किया उसेखुद ऑफर करतीथी पर सिर्फ़मेरे लिए उसनेऐसा कभी नईकिया था. अबमे असमंजस मेथी पर मेकब उस पेड़की ओर चलपड़ी मूज़े पताही नई चला. मेने अपने सारेकपड़े उतार फेकेअब मूज़े किसीकी चिंता नईथी सच काहुतो विकास सेज़्यादा इस अड्वेंचरने मेरी योनिको इतना गीलाकर दिया था अगर कोई होता तोमे खुद कोरोक पति.

अबमे नंगी थी.. मेरे स्तन जोकी आज तककई मजबूत हटोसे डब चुकेथे अब नंगेथे और मेमटक मटक क्रचल र्ही थी. विकास से रा गया मेनेदेखा तो वोअपना लंड हिलारा था. मेवाहा पहुच गयइओर शेर कीतरह उस परज़पात गयइ. मेराज़ोर इतना थाकी विकास 2 मीं टिक नईपाया ओर मेरेचेहरे पर ज़दगया जिसे मेनेपी लिया.

अबचोकने की बरीउसकी थी मेराये रूप देखाकरवो शर्मा सागया वेसए भीवो ज़्यादा टिकनई पाया थाऔर मेरे होतोकी मुस्कान नेउसे खारिज क्रदिया था. परअब मे सुननेवाली नई थी. मेने फिर सेउसका लंड पकड़ाओर धीरे धीरेचूसने लाई ओरअचानक एक गाड़ीहुमारे पीछे सेचली गयइ मेतो दर सेफिसल ही गयइथी पर वोगाड़ी बिना रुकेचली गयइ तबमेरे जान मेजान आई. मेविकास का लंडखड़ा कर चूकिथी आओ खूबचूस र्ही थीपर अब उसकीस्टॅमिना का पताचला अब वोज़दने पास नई थाओर मेरे मूहको ज़ोर सेछोड़ रा था. बहोट चूसने बाद वोनई छूटा तबमेने उसे कहा मेरा मूहदुख रा हेउसने कहा चुडवाएगी? मेने कहा उसकेबिना तुम ज़दोगेक्या?? वो बोलापर तुज़े बीचरास्ते मे नीचेसुलकर छोड़ूँगा

मेकुछ कहती इससेपहले वो मज़ेखच कर रोडपे ले आयाओर मूज़े घोड़ीबना दिया. अबमे मस्तहो गयइ थीवेसए ये मेरीपहली चुदाई नईथी मूज़े मेरेभाई दोस्तने कम उमरमे ही छोड़दिया था ओरउसके बाद मेखुद उससे छुड़वानेउसके घर गयइथी. विकास तोजेसे सेर हीबन गया थाउसने लंड मेरीयोनि मे दलक्र मूज़े खूबछोड़ा प्र अबओवर एग्ज़ाइट्मेंट वजह से वोटिक नई पायाओर 10 मीं मेमेरे अंदर ज़दगया. मेने जाकरकपड़े पहने फिरघर चली गयइ.

अबविकास को पूरीछूट थीलेक्चर मेउसका हाथ मेरेछूट तक जानेलगा थाकई बारकॉलेज कॅंपस मेसारे आम उसनेमूज़े धार दबोचाथा ओर किस किया था.. कॅंटीन मे कईबार मज़े गोदमे बीतता तयहातक की उसकेफ्रेंड्स सामनेउसने मेरे स्तनभी दबाए थे. मज़े यहअक्चा लगता थाहम हर सॅटर्डेको वही सुनसानजगह पर जाकरचुदाई करते थे.

उसकेबाद वो मूज़ेउसके दोस्त घर लेगया था ओरवॉया मूज़े उसनेदोस्त के बेडरूममे छोड़ा थाअब हुमारे आड्वेंचर्सका कोई ठिकानानई था वोजेसा कहता मेचुपचाप करती परसच मे उससेज़्यादा मज़ा मूज़ेआता था.

बातउन दीनो कीथी जब हुमारीलास्ट एग्ज़ॅम थी. घर पे सबसो चुके थेमे हॉल मेबेतकर पढ़ र्हीथी तब मूज़ेविकास का म्स्गआया की वोमेरे घर बेर खड़ा हे. मे पहली बारदर गयइ थीपर फिर मेने दरवाज़ा खोलातो कुछ कहनेसे पहले वोघर मे घुसगया. मेने खाकी मेरे मम्मीपापा जाएँगेतो उसने खाकी मूज़े आजतुज़े यही छोड़नाहे चाहे कोई जाए. विकास अब पीछेहटने वाला नईथा ओर एग्ज़ॅम वजह सेहम महीने भरचुड नई पाएथे तो मेनेउसे खा केसेकरेंगे?? तो उसनेखा की कपड़ेनिकालकर ओर हासप्डा.. फिर ज़तसे उसने मूज़ेनंगा किया ओरखुद नंगाहो गया.. मूज़ेखूब रगड़ने बाद वो मूज़ेछोड़ ने ल्गाओर मे उसकासाथ देने लगीकोई दर नईथा मज़े.

2 रौंद बाद उसकाताना हुआ थातो मेने पूछाक्या ख़याल हेतुम्हारा आज? उसनेखा घोड़ी ब्नोबताता हू मेजेसे ही घोड़ीबनी उसने मेरेगंद मे लंडदल ने कीट्राइ की परवर्जिन होने वजह से ओरशायद उसकी जल्दीकी वजह सेमेरी चीख निकलगयइ ओर जोसोचा था वोहो गयामेरी मम्मीदौड़ कर चलीआई हाल मेऔर जब उसनेह्यूम देखा तोचीखने की बरीउसकी थी मम्मीकी चीख नेपाप को जगादिया ओर अगले10 सेकेंड मे घरसे तीसरी चीख निकल गयइ.. हम रंगे हाथपकड़े गये थे.

जिनमा बाप नेमूज़े पाला पोसाआज उनके सामनेउनकी बेटी बेशरामीहर सीमा कोलाँघकर छुड़वा रही थी. पापा को देखतेही विकास कपड़ेपहने ल्गा परपापा मानमे कुछ अलगथा उन्होने मेरीपनटी को पहलेउनके हाथ ल्गीउसे मूह मेदस दिया आओफिर उसे कुत्तेकी तरह पीटनाचालू किया. उसकीबॉडी का कोईफयडा नई थाउसे क्यो कीआज वो एकरिटाइर्ड आर्मी ऑफीसर सामने था. पापाने उसे मारमार कर नंगेही घर सेनिकल दिया इतनाही नई तोउन्होने उसके पीछेकुत्ते लगवादिए. य्चा घरपर मे दोहरेदर्द मे थीएक तो मेरीगंद फटी थीविकास वजहसे


ओरफिर मेने हीखुद अपनी गंदको फाड़ दियाथा. मम्मी नेअपनी सारी भादसशायद उस दिननिकल दी मुज़पेओर पापा ने हाथ साफकर दिए मेरेनंगे बदन कोदेखकर मूज़े ल्गाकी पापा शायदबिखर जाएँगे परफिर खुद परघिन गयइमूज़े मेरे पापावेसए नई थेइसका अंदाज़ा लगाओर मेने भीखुद को उन्हेसूप दिया उसदिन मूज़े बहोटमार पड़ी थीओर पापा नेलास्ट बात मुज़सेकही थी कीअपना हाल सुधारलो अगले हफ्तेतुम्हारी शादी हेपापा ज़ुबान पक्केथे उन्होने मूज़ेसच मे अलेही हफ्ते सुशील हाथ मेथमा दिया ओरजाते जाते उन्होनेकहा की आजसे तुम मारचुकी हो हमारेलिए कभी अपनीशक्ल मतदिखना मूज़े.. बिदाईमे मेरे अलावाकोई ओर नईरोया था. आख़िरनयी ज़िंदगी कीशूरवात हो गयइओर मे सुशीलसाथ उनके घरगयइ वाहा सेअगले ही हफ्तेहम मुंबई मेशिफ्ट हो गये

Post a Comment