हीई आम ज़ैदीप. ई आम प्रोफेशनलआर्टिस्ट आंड ग्रॅफिकडिज़ाइनर & वर्किंग इन अड्वर्टाइज़िंगएजेन्सी आंड फ्रॉमतेरे ई ऋणमी ओन फ्रीलॅन्सबिज़्नेस टू. ईलिव इन देल्ही. हन तो मयनअब असली बातपर आता हूँ. बात उन दिनोंकी है जबमयन 12त क्लासमाएँ पढ़ता था. मयन ड्डे फ्लॅट्समैं रहता था. मेरी एक बाल्कनीथी. जिस मैंअक्सर मैं खड़ाहोता था. एकदिन की बातहै जब मैंअपनी बाल्कनी मैंखड़ा हूआ थातो मैने देखाकी एक कुटियामेरे घर केसामने खड़े हुएखंबे पर मूटरही थी. इतनेमैं एक कुत्ताआया और उसकेमूट को सूंघनेलगा. उसके बादवा कुत्ता ऊसकुटिया की छूटसूंघने लगा फिरवा कुत्ता उसकीछूट छाँटने लगा. उस कुटिया कोशायद बहुत मज़ाआने लगा था. उसने दोनो पीछेकी टांगे चोवडीकरके अपनी छूटपीछे करके उसकुत्ते की जीभसे लगाने लगी. शायद कुत्ते हीज़्यादा स्मझदार हैं क्यूंकीवा सूंघ करही समझ जातेहैं की उनकीफीमेल क्या चाहतीहै. उसके बादवा कुटिया पलटीऔर ओस कुत्तेका लंड चाटनेलगी. थोड़ी देरमैं मैने देखाकी उस कुटियाने उस कुत्तेका लंड पूराका पूरा अपनीमूँह मैं घुसेडलिया और अजीबतरीके उसे चूसनेलगी. उस कुत्तेका लंड बुरीतरीके से खड़ाहो गया औरलाल गुलाबी कलरका हो केमोटा सा होगया. उसके बादवा कुत्ता पलटाऔर उस कुटियाके थूक सेगीले लंड कोउसकी छूट सेसता घुसने कीकोशिश करने लगापर उसका लंडबार बार फिसलनेलगता था. फिरउस कुटिया कोएक उपाय सूझाउसने अपनी छूटके छेड़ कोहिला दूला केउसके लॅंड केबिल्कुल आयेज करदिया. अब उसकुटिया की छूटमैं उस कुत्तेका लंड पूरीतरहाण घूस गयाथा और वाकुत्ता बुरी तरहनसे उस कुटियाकी छूट मैंलंड अंदर बाहरकरने लगा. फिरउसके बाद उसकुटिया ने उसके लंड कोबाहर खींच लियाऔर अपने गांदमे ले लियाऔर मज़े सेअपनी गांद मरवानेलगी, शायद उसकुत्ते का लंडवहाँ तक नहींपहुँचा था जहाँतक पहुँच करउसका लंड अट्तुक्कजाता. यह देखकरमेरा लंड बुरीतरहाण से खड़ाहो गया.
तभीमैने देखा इसचूडैई के सीनको मैं हीनही देख रहाथा मेरे ग्राउंडफ्लोर वेल मआकाअंमैं आई हूईएक नई लड़कीभी देख रहीथी. बाद मैंपता लगा कीउसका नाम मधुरीहै. अपने नामके समान हीवा पूरी तरहाणसे मधुर थी. गोरा बदन, खरबूजके साइज़ केमोममे (बूब्स), गोल सी, उभरी हुई औरसेक्सी सी गांद, पतली सी कमर, अच्छी शेप लिएहुए जांघे, कालेसे बॉल औरगुलाबी से होंठउसका बदन देखकरमुझे लगा कीउसकी छूट भीउतनी ही मजेदारहोगी. पर मैंसमझ नही पारहा था उसकीनज़र वैसे हीउस छुदाई केसीन पर थीया वो वाकईचूड़ना चाहती थी.
एकदिन की बातहै मैं अपनेघर मैं बोरहो रहा थातो मैने सोचाकी क्यों नामैं अपने फ्रेंडके घर चलाजाऊं. तो मैंऊता और अपनेफ्रेंड के घरकी ओर चलपड़ा. रास्ते मैंमुझे बड़े ज़ोरकी शू-शूआई और . तबमैने उस मधुरीऔर उसका कुटियाकी चुदाई कासीन देखने केबारे मैं सोचनेलगा हुआ थाजिस के कारणमेरा लंड खड़ाभी हुआ था. रास्ते मैं एकमोड पड़ता थाजहाँ पर एकगॅरेज था औरवो उन दीनोखाली रहता था. दरअसल उन दिनोंवो पूरी गलीखाली थी. मैनेउस गॅरेज मैनेघुस कर अपनालंड निकाला औरमूतने लगा. अचानकमैने देखा कीवो मधुरी वहाँसे गुजर रहीथी, उसकी औरमेरी नज़रें आपसमैं मिली औरउसकी नज़रें मेरेलंड से भीमिलीं. वा मेरेलंड को गौरसे देखने लगीऔर थोड़ी देरदेख कर मुस्कुराकर चल पड़ी. अब फिर वहीबात मुझे मुत्तेदेख कर वोमुस्कुरई या मेरालंड देखकर वोमुस्कुरई, मुझे कुछसमझ नहीं आरहा था. परउसकी आँखों मैंअजीब सा नशाझलक रहा था. खैर जो भीहो जब भीचुदाई करनी होतो आराम सेही करनी चाहिएक्यूंकी अपने ऊपेरबलात्कार का केसकोई भी नहींलगवाना चाहता. वो आयेजनिकल गयी औरमैं मूट करअपने फ्रेंड केघर चला गया.
उसकेएक दिन केबाद मैं अपनेकमरे मैं सोयाहुआ था कीअचानक लाइट चलीगयी. मैने सोचाकी मैं अपनीच्चत्ट पर चलाजाता हूँ औरमैं अपनी च्चत्टपर चला गया. पर ऊपेर जेयाकर ँझे नींदनहीं आ रहीथी तो मैंइधर ऊधर ताहेलनेलगा, तहेलते तहेलतेमैं मैं अपनीचत्ट की साइडमैं चला गयाजहाँ पर मैनेदेखा की मधुरीवहाँ नीचे बॅकसाइड वाली बाल्कनीमई सोई हुईहुई है. मईचत्ट पर थाऔर मेरे पीछेटँकियाँ थी इसीकारण मुझे कोईदेख नही सकताथा. मैने सोचाकी मुझे तोअब नींद आनीहै नहीं, मैंमधुरी को हीदेख कर थोड़ीदेर टाइम पासकर लेता हूँ. ऊपेर एक स्टूलरखा था औरकुछ ईंटैइन भीतीन. मैने दो-दो करके स्टूल कीसभी टाँगों केनीचे ईंटैइन लगाडी और उसस्टूल के ऊपेरबैठ गया. सामनेदीवार थी उसकेऊपेर कोहनियाँ रखकर मैं चुप-छाप उसकाफिगर बूब्स औरथाइस देखने लगा. मुझे पता थाकी हू मुझेसॉफ-सॉफ नहींदेख पाएगी इसलिएमैं निश्चिंत था. मैं थोड़ी देरउसको यून हेदेखता रहा. फिरथोड़ी देर बादमैं चत्ट परघूमने लगा थोड़ीदेर तहेलते तहेलतेमैं फिर उसीस्टूल पर जेयाकर बैठ गया. मैने देखा कीउसकी स्कर्ट अप्परउत्त् चुकी थीअब उसकी गोरीगोरी टांगे औरकच्ची भी दिखनेलगी थी. निश्चिंततो मैं थाही क्यूंकी मुझेमालूम था कीहू मुझे देखनहीं पाएगी. परथोड़ी देर मैंमैने देखा कीहू अपनी छूटपर ऊपेर ऊपेरसे उंगलियाँ फिरारही है. मुझसे रहा नहींगया और मैनेस्टूल से नीचेउतार कर मूटतमार कर अपनेलंड की प्यासबुझा ली.
परअब मैं सोचनेलगा की यहतूने क्या कियाजब छूट सामनेथी तो तूनेमौत्त क्यूँ मारी. अब सुबह मैंमॉर्निंग वॉक करनेगया तो मैनेदेखा की मधुरीस्कूल जेया राज़ीहै. सुबह सुबहतो बस खालीहोती है इससमय कोई फयडानहीं था. तोमैने सोचा केक्यूँ ना मैंमैं उसको फॉलोकरने मैं उससमय जाऊं जबस्कूल से वोवापस आती है. तो एक बजेमैं उसको फॉलोकरने मैं उसकेस्कूल के स्टॉपपर पहुँचा. सारीबूसें भारी हुईआ रही तीन. मुझे बस यहीतो चाहीए था. बस आई औरजिस बस मैंवो चढ़ी मैंभी उसी बसमैं चढ़ह गयावो बस केबीच मैं पहुँचगयी. उसने मुझेदेखा और मैनेउसे. हमारी नज़रेंमिलीं और उसनेशायद मुझे पहचानलिया की यहवोही लड़का हैजिसका खड़ा हुआलंड मैने देखाथा. मैं भीउसके पास पहुँचगया मैने सोचलिया की अबआर या पाअरछोटी सी हरकतकरके देख हीलिया जाए कीतवा गरम हैया नहीं. मैंचुप-छाप उसकेपीछे जेया करखड़ा हो गयाएक हाथ सेमैने अप्पर लगीहुई रोड कोपकड़ा और एकहाथ को मैनेअपनी जेब मैंडाल लिया. अबमेरा हाथ उसकीगांद से लगनेलगा थोड़ी देरवो कुछ नहींबोली तो मेरीमेरी हिम्मत औरबढ़ गयी मैनेअपना हाथ अपनीजेब से निकालाऔर उसकी गांदपर बुरी तरहसे फेरने लगा. वो भी अपनीगांद को पीछेकी ओर सरकनेलगी. मेरी तारकबढ़ती हे जेयारही थी. मैनेअब उसकी गांदकी छेड़ परअपनी अंगूठे केसाथ वाली उंगलीलगाने लगा.
काफ़ीदेर तक मैंयही करता रहा. फिर सीट परबैठी हुई एकलड़की उठी औरबोली की बाइमधुरी मैं अबजेया रही हूँअब तुम इससीट पेर बैठजाओ. पर वहाँपर एक बुधियाखड़ी हुई थी. पर मधुरी नेउसे वहाः बितादिया. लोगों कीपोज़िशन चेंज होनेके कारण हमारीभी पोज़िशन चेंजहो गयी थी. अब मैं आयेजहो गया थाऔर वो पीछेहो गयी. परइस पोज़िशन मैंकी मेरा हाथउसकी छूट तकजेया पहुँचे. मैनेआव देखा नाताव जैसे हीमौका मिला मैंउसकी छूट परउंगलियाँ फिरने लगा. वोमस्ट सी होगयी और अपनीछूट को आयेजकी ओर सरकानेलगी. मैं भीज़ोर-ज़ोर सेउसकी छूट कीछेड़ के ऊपेरउंगली फिराने लगा. अब वो बुधियाउठी और उसनेमधुरी को बैठनेको कहा परउसने मुझे उससीट पर बितादिया. मैं थोड़ीदेर उस सीटपर बैठा रहापर मेरा आईंकुच्छ और थामैं तो उसकेचुचियाँ चूसना चाहता था. जैसे हे मौकामिला मैने उसकीचूचियोआन को चूसकर छोड़ दिया. अब हमारा स्टॉपआ गया औरहम उतार गये. और मैं अपनेघर चला गयाऔर वो अपनेघर.
उसकाएक छोटा भाईभी था औरमेरे भाई काभी एक छोटाबेटा था. मधुरीउसको खिलाने केलिए उस पार्कमैं जाती थीमैं भी अपनेभतीजे को उसपार्क मैं लेजनेलगा. धीरे धीरेह्मारे बीच मैंबाकचों को खिलातेखिलाते दोस्ती भी बढ़नेलगी. अब बातोंमैं मैने उससेपूचछा सच बतानाकी उस दिनतुम कुटिया कीछुदाई को ऐसेहे देख रहीथी या तुम्हाराभी सेक्स करनेका दिल कररहा था. तोउसने बताया कीमैं अप्नी सहेलयोंसे सुनती थीकी सेक्स मैंमज़े आते हैंतो मैं अपनीछूट पर उंगलीफिरा कर उससुख का अनुभवकरना चाहने लगी. उसने कहा कीमैं यही सोचतीथी की इससेक्स मैं क्यामज़ा है परजब उस दिनतूमे मेरे आयेजऔर पीछे हाथचलाया तो मुझेसच मैं अच्छालग रहा था, वाकई तुम्हारे हाथके स्पर्श सेमुझे पता चलाकी वाकई मैंइस सेक्स मैंमज़ा है.
अबएक दिन मैनेदेखा की उसकेसभी घरवाले ऑटोमैं बैठ करबाहर चले गयेहैं. तो मैनेकुछ देर वेटकिया और उसकेबाद मैं उसकेघर के ऊपेरचत्ट से झाँकनेलगा. थोड़ी देरबाद वो अपनीबाल्कनी मैं सेकपड़े निकालने केलिए बाहर आईतो मैने उससेइशारे मैं पूछाकी क्या मैंनीचे आ सकताहूँ तो उसनेहंस कर कहाकी तुम आजाओ. मैने मौकादेखा और चुप-छाप जेयाकर उसकी घरकी घंटी बजादी. उसने हंसतेहुए दरवाजा खोलाऔर बोली आख़िरतुम आ हेगये. और मैनेकहा की आनाहे था मेरालंड जो बुरीतरान्ह से खड़ाहो रहा था. और मैने आवदेखा ना तावअपना लंड एकझटके से बाहरनिकाला और उसकाहाथ पकड़ करअपने लंड सेलगा दिया औरबोला की इसकेटोपे के ऊपेरअपनी उंगलियाँ फिराव. वो ऐसा हेकरने लगी मुझेबहुत मज़ा आरहा था. थोड़ीदेर बाद मैनेउपने लंड केटोपे के ऊपेरतोड़ा सा थूकलगाया और अबज़ोर-ज़ोर सेइसके ऊपेर उंगलीलगाओ मेरा लंडबुरी तरहाण सेतन्ना गया था. अब मेरा दिलकर रहा थाकी उब इसकीछूट हो यागांद सूब कामज़ा चख लो.
मैंअब उसकी गांदके छेड़ परउंगली लगा करउसको गरम करनेलगा. वो गरमहोने लगी औरमेरे लॅंड कोऔर ज़ोर ज़ोरसे हिलाने लगी. मैने एक झटकेसे उसकी स्कर्टऊपेर उठा दीऔर दूसरे हाथसे उसकी कच्चीनीचे कर दी. अब मैने अपनेलंड के टोपेको उसकी छूटकी छेड़ परलगाया और ज़ोरसे धक्का लगाया. मेरा लंड उसकीछूट मैं तोड़ासा घुस गया. हू बोली आहयहाँ तो अबदर्द हो रहाहै. तब मैनेअपनी उंगली परतोड़ा सा थूकलगाया और उसकीछूट पर औरधीरे धीरे उसकीछूट पर रगड़नेलगा. अब फिरसे उसको मज़ाआने लगा. अबमैने उसकी स्कर्टका हुक खोलाऔर और उसकीस्कर्ट नीचे गिरादी. उसने एक-एक करकेबरी बरी सेअपनी तक़्नगे उठाईऔर और लातमारकर स्कर्ट औरकच्ची को डोरकर दिया. अबहू कमर केनीचे बिल्कुल नंगीथी. मैं अंदरगया और उसकीड्रेसिंग टेबल पररखी हुई तेलकी शीशी खोलीऔर अपने हाथपर डाल लीअब उस तेलसे उसकी छ्होटपर मालिश करनेलगा. अब हूबाद बड़ाने लगीआ… आ औररग़ाद मेरी छूटपर हाथ बहुतमज़ा आरहा हैआ ऊ आ एयाया.
आऊफ़ एयेए औरज़ोर से रग़ादआ आआआआ आउसकी बात सुनकरमेरा लंड औरज़ोर से तन्नागया. अब मईअपना एक हाथतेल लगा करउसकी गांद परले गया औरएक हाथ सेउसकी छूट औरएक हाथ सेउसकी गांद सहलानेलगा. अब वोऔर बजी ज़ोरज़ोर से चिल्लानेलगी ऊवू अयाओह एयाया….. बहूत मज़ाआरहा है इसीगर्मी मे मैनेमैने धीरे धीरेएक उंगली उसकीछूट मैं धीरेसे डाल दीऔर और अंदरबाहर करने लगाउसको बहोट अच्छालग रहा थावो और भीज़ोर ज़ोर सेअपनी छूट कोआयेज कर केअपनी छूट सेमेरी उंगली कोअंदर बाहर करनेलगी. अब मैनेउसकी कमीज़ केदो बटन खोलदिए और उसकीएक चूची बाहरनिकाल ली. औरउसकी निपल कोमसालने लगा.
आहा अब तोमुझे चूचियों मैंभी बहुत मज़ाआ रहा हैवो बोली. तुमएक हाथ सेमेरी चूचिया रागडोऔर एक हाथसे मेरी छूटको रागडो ऐसासुनते ही मुझेजोश आ गयाऔर मैने उसकीसारी कमीज़ उतारदी. अब वोमेरे सामने बिल्कुलनंगी थी. उसकागोरा और खूबसूरतबदन देख करमई तो डांगरह गया. अबमैने जल्दी सेउसकी एक चूचीमुहन मैं लेली और एकहाथ से उसकीचूची की डोडीको मसालने लगाऔर एक हाथसे उसकी छूटमैं उंगली अंदरबाहर करने लगा. हू बहुत ज़ोर-ज़ोर सेआ…. ऊओह्ँ एयाया आआआःआ…ऊऊओ ओआाःआआ करने लगी. अब मैने अपनीपंत उतार दीमेरा लॅंड वोघूर-घूर करदेखने लगी. मईउसको उठा करबिस्तर पर लेगया और उसेलिटा दिया. अपनेलंड के ऊपेरतोड़ा सा तेललगाया और उसकेऊपेर चढ़ गया. अपने लंड केटोपे को उसकीछूट के छेड़आर रख दियाऔर एक धक्कादिया अब क्योंकिउसकी छूट गीलीहो चुकी थीमेरा लंड उसकीछूट मैं आधाघूस गया. हूबोली अया परमैने अबकी बारपरवाह नही कीऔर ज़ोर सेधक्का मारा मेरालंड उसकी छूटमैं पूरा घुसगया. और हिलाहिला कर अपनेलंड को उसकीछूट मैं अंदरबाहर करने लगा. धीरे धीरे उसकोबहुत मज़ा आनेलगा. वो चिल्लानेलगी और छोड़…. और ज़ोर सेछोड़ मुझे बहुतमज़ा आ रहाहै मुझे. अयाऊवू अया औरजाम के छोड़मेरी चूचियाँ भीचूस कह करवा दोनो चूचियाँअपने हाथ सेदबाने लगी. औरमैं उसको खूबज़ोर ज़ोर सेछोड़ता रहा. औरहू अपनी टांगेचौड़ी करके औरकमर को हिलाहिला के मेरेलंड को अंदरबाहर करने लगी.
अबमुझे लगने लगाकी मैं मैंझड़ने वाला हूँ. तो मैने अपनालंड बाहर निकललिया. मई चाहताथा की उसकोऔर थोड़ी तकलंड, छूट औरगांद के मज़ेदेता रहूं ताकिवो मेरे लंडकी गुलाम बनीरहे. मैने सोचाकी मैं लंडको अगर बाहरनिकाल लून तोथोड़ी देर झड़नेसे बच सकताहू. मैं बातबनाते हुए बोलाकी यह कामकरते करते मुझेभूक लगने लगीहै क्या फ्रिड्जमैं कुछ रखाहै खाने केलिए. वो बोलीहन रखा हैअंडे हैं औरफ्रूट भी हैं. मैने कहा कीमैं एक मिनिटमई मैं पिशापकरके आता हूँफिर हम यहीकाम करेंगे. मईपिशाप करके आयाऔर फ्रिड्ज खोलातो मैने देखाकी उसमे एकदारू का हाफरखा था जोअड़हा खाली था. मैने उससे कहाकी मैं पहलेतो यह पीलेता हूँ फिरअंडे खा लूँगा. और बाद मैंइसकी जगह दूसराहाफ रख दूँगाजिससे की तुम्हारेपापा को पताना लगे. वोबोली हन पियोकोई बात नहीजैसी तुम्हारी मर्ज़ीपर इसकी जगहदूसरी ज़रूर रखदेना मैं अंडेउबालने रख देतीहूँ. और वोचार अंडे उबालनेके लिए लेगयी. इधर मैनेएक पेग बनायाऔर एक खीरानिकाल लिया एकदो घूँट भरेऔर खीरा खानेलगा. धीरे धीरेउसमएसए थोड़ी सी हीदारू बची थी. वो अब अंडेउबाल कर लेआई.
उसकोदेखते ही मेरालंड फिर सेखड़ा हो गया. मैने उस बचीहुई डारो काएक हेवी पेगबनाया और आधापी गया. बहूतस्ट्रॉंग था वोपेग उसको पीनेके बाद मैनेएक अंडा खाया. पर उसको तसल्लीनही थी मेरेखड़े लॅंड कोदेख कर मेरेलंड के टोपेके ऊपेर उंगलीफिराने लगी मेरीतबीयत मस्त होगयी उसकी उंगलियाँफिराने से मेरालंड और भीबुरी तरहाण फूलकर मोटा होगया. मेरे टनबदन मैं आगसी लग गयी. मैने फटा-फॅटअपना पेग जल्दी-जल्दी ख़तम कियाऔर उसकी चूचियाँमसालने लगा. उसकोफटा-फॅट बिस्तरपर गिरा दियाऔर ज़ोर सेउसकी छूट मैंलंड पेल दियालंड छूट मैंजड़ तक जेयाघुसा. मेरे मूहनसे जोश मैंआवाज़ें निकालने लगी लेअब मेरा लंडखा बहुत दिनसे तंग कररखा था मेरेलंड को तूनेले ले ले… ले और अबज़ोर ज़ोर सेलंड खा. ले… वो भी बोलीऔर ज़ोर सेछोड़ और ज़ोरसे छोड़ बहुतमज़ा आ रहाहै ले लेले मेरी छूटले ले.
औरऔर ज़ोर सेछोड़ ऐसे हीअब हमे 10 मिनिटहो गये पेलतेपाइलेट अब मैंकहाँ जल्दी झड़नेवाला था दारूका जो असरथा. अब मईभगा भगा फ्रिड्जके पास गयाऔर ककड़ी काएक पीस तोड़लाया. उस परतोड़ा सा थूकलगाया और उसकेपास जेया करउससे चिपक गया. एक हाथ उसकीकमर मैं डालाऔर एक हाथसे ककड़ी उसकीगांद मई घुसादी हू बोलीयह क्या कररहे हो मेरेपीछे. मैने कहाघबरा क्यों रहीहै जैसे तूआयेज से डलवारही है वैसेहे पीछे सेभी डलवाया करेगीटू थोड़ी देररुक तो सही. और मई थोड़ीदेर तक ककड़ीउसकी गांद मैंअंदर बाहर करतारहा. अब जैसाकी मुझे लगाथा की उसकोमज़ा आएगा उसेधीरे धीरे पीछेसे भी मज़ाआने लगा. अबवो अपने छ्छूतड़पीछे करके ककड़ीलेने लगी. अबमैने अपना लंडउसकी छूट मैंपेल दिया औरऔर एक हाथसे उसकी गांदमैं ककड़ी पेलनेलगा. वो एकदम मस्त होगयी और बोलीऔर छोड़ राजाआआ आह ऊवूअया आह बड़ामज़ा आरहा हैऔर ज़ोर सेककड़ी मेरी गांदमैं डाल अयाआऊः आ औरछोड़ और छोड़अया. और मेरीचूचियाँ चोज़ औरमेरी निपल्स कोरग़ाद अयाया ऊवूअया एयाया. औरज़ोर से चूड़आआआः ऊवू अया… हम दोनो चुदाईके जन्नत तकपहुँच चुके थे. और थोड़ी देरबाद मैं झारगया. पर उसदिन के बादहुँने कई बारछुदाई की. अबवो मेरे लंडके बगैर नहीरह सकती.
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