मेरानामे गरिमा है. मई 24 साल कीहूँ और 2 सालपहले मेरी शादीहुई है. हमलोग इंडोरे मेरहते है आंडमेरे मम्मी-पापाभी इंडोरे मेही रहते है. मेरे ससुराल मेमेरा हज़्बेंड राकेशजो 26 का है, देवर राजू 23 काहै आंड ससुर50 के आंड ससूजी48 की है . मेरीआयेक ननंद वैशाली28 की है आंड5 साल पहले उनकीशादी हो चुकीहै वो ग्वेलियारमे रहती है. मेरे ससुर काट्रांसपोर्ट का बड़ाबिज़्नेस है आंडदोनो बेटे भीइस मे हीलगे हुवे है. मेरे ससुर मेरेपापा का पुरानादोस्त ही था.
मईशादी करके जबससुराल मे आईतो कुच्छ दीनोतक तो सबकुच्छठीक तक चला. फिर मूज़े ऐसालगाने लगा कीमेरा देवर राजूकई बार मूज़ेघूर घूर केदेखता रहता है. पहले तो मैनेये बात इग्नोरकी मगर जबऐसा बार बारहोने लगा तोमैने ये बातमेरे हज़्बेंड राकेशको बताई. राकेशने मेरी बातटलने की कोशिशकी तो मूज़ेबुरा लगा. फिरकुच्छ दीनो मेमैने महसूस कियाकी मेरे ससुरभी मूज़े ललचाईनज़ारो से देखरहा है. मैनेजब राकेश कोबात करनी चाहीतो उसने बतायाकी ये घरमे ये सबकामन है, तुमचिंता मत करो, बाकी सब लोगमूज़े बहोट प्यारकरते है औरमेरा ख्याल भीरखते है.
वोबात तो सचथी की सबलोग मूज़े बहोटही अच्च्ची तरहसे रखते थे. मेरी हर ज़रूरतपूरी होती थीमगर मेरे देवरआंड ससुर मूज़ेललचाई नॅज़ारो सेदेखते थे औरअब मौका मिलनेपर मेरे बदनको भी च्छूलेते थे. मेरीशादी को अबपूरा 1 महीना हो गयाथा. मेरी ससूजीभी बहोट अच्च्चीथी. आयेक दिनमौका पके मैनेससूजी को येबात बताई तोवो हँसने लगीऔर बोली “ इतनेदीनो मैने औरवैशाली ने पूरेघर की सेवाकी है,
वैशालीतो ससुराल चलीगयी. अब तूआ गयी होतो घर मेफिर से खुशियाआ गयी है” मई उनकी बतोका मतलब नहीसामाजी फिर रातको जब राकेशको पुचछा तोराकेश ने मूज़ेप्यार से साथलिटके बताया की“हम सब फ्रीसेक्स मे बिलीवकरते है औरपापा आंड राजूभी टुजे पानाचाहते है…हा, मगरकोई जबारजस्ति नहीकरेंगे, अगर तेरीमर्ज़ी है तभीतो ये हॉंगा”
राकेशके जवाब सेमई चोंक गयी, मूज़े मरने जैसाहो गया. आँखोमे पानी भरआया. रातभर सोचतीरही की येकैसा फॅमिली मेमेरी शादी होगयी. मूज़े लगाकी मई जंगलीभेड़िओ के बीचफँस गयी हू. फ्री सेक्स तोमैने भी शादीसे पहले कॉलेजमे बहोट एंजायकिया था मगरये घर मेही फॅमिली मेंबर्ज़के बीच कैसाफ्री सेक्स. समाजसे बाहर था.फिर राकेश नेमूज़े दिलषा देतेहुवे कहा कीमूज़े टेन्षन लेनेकी कोई ज़रूरतनही है, अगरमई नही चाहतीहू तो कुच्छनही हॉंगा औरफिर भी घरके सब लोगटुजे बेटी कीतरह ही रखेंगे.
मूज़ेलग रहा थाकी मई मेरेघर वापस लौटजौ और शादीतोड़ डू, मगरदूसरी और सबका प्यार देखकेऔर खास करराकेश मेरा बहोटख्याल रखता थातो मई ऐसानही कर पाई. मगर घर मेअब मेरा दूंघूंटने लगा थातो आयेक दिनमैने राकेश सेकहा की शादीके बाद हमहनिमून पे कहीनही गये हैतो कही घूमकरआते है. दूसरेही दिन राकेशने कुलु मनालीका 12 दिन काप्लान बना लिया.
अबमई राकेश सेधीरे धीरे घरके लोगो काफ्री सेक्स केबारे मे जाननेलगी थी. कुलुमनाली मे आकेराकेश और खुलकरसब कुच्छ बतानेलगा. राकेश नेबताया की उनकीमों आंड सिस्टरवैशाली घर मेसब से चुड़वतिहै. राकेश नेअपनी बुवा कीऔर दोनो मौसहीोकी भी कईबार चुदाई कीथी. धीरे धीरेमई भी इनसब बतो से“उसेड-तो” होने लगीऔर कुलु मनालीमे राकेश सेभरपूर सेक्स एंजायकिया. मूज़े छोड़तेवक़्त अब कभीकभी राकेश मूज़ेमों कहके यासिस्टर कहके बुलानेलगा तो मईभी ऐसे हीउसको रेस्पोन्से करनेलगी.
जबह्यूम वापस लौटनेको 3 दिन बाकीरह गये थेतो राकेश नेजो मूज़े बतायावो बहोट हीचोणकने वाली बातथी. राकेश नेमूज़े कहा कीमेरे मों दादभी कई बारउनके फॅमिली मेंबर्ज़के साथ छुड़वानेआते थे. राकेश, राजू आंड मेरेससुर ने मेरीमों की भीकई बार चुदाईकी थी औरमेरे दाद नेमेरी ससूजी औरवैशाली की छूटका मज़ा भीलिया था. ये 12 दीनो मेमई बिल्कुल बदलचुकी थी. मैनेये आक्सेप्ट करलिया की मेरीशादी मेरे पेरेंट्सने जानबूजकर हीआयेक चुड़दक़्कड़ फॅमिलीमे की हैऔर मूज़े भीबस अब सबसे चुदाई कामज़ा लेना है.
जैसेजैसे मई सोचतीगयी मई भीअब मेरे ससुरऔर देवर सेछुड़वाने के लिएबेताब होती चली. हम अब वापसघर जाने केलिए देल्ही आपहुँचे थे. वाहासे हमारी इंडोरेके लिए सुबह6 बजे की फ्लाइटथी. हम लोग9 बजे घर पहुँचेतो मेरी ससूजीकिचन मे ब्रेकफास्टबना रही थी. मेरे ससुर फर्स्टफ्लोर पे अपनेरूम मे थेऔर मेरा देवरअभी भी सोरहा था. मैनेससूजी को प्रणामकिया और फिरससुरजी को प्रणामकरने उनके रूममे चली गयी.
मेरेससुर अभी अभीनाहकार बातरूम से लौटेथे. बदन पेसिर्फ़ आयेक टवललपेटा हुवा था. उनका खुला बदनदेखके मई एग्ज़ाइटहो चुकी. मूज़ेशरारत सूजी औरउनके पाओ कोच्छुने को नीचेनामी और उपरउठाते वक़्त मैनेउनका टवल खींचलिया. मेरे ससुरअब बिल्कुल नंगेमेरे सामने खड़ेथे. वो कुच्छसमजे सोचे इससे पहले मैनेउनको बहो मेले लिया औरबोली “ पापा, राकेश नेमूज़े सब कुच्छबता दिया हैऔर अब मईभी इस घरके सभी मर्दोकी रंडी बनकेरहूंगी”
मेरेससुर ख़ुसी केमारे जूम उठे, उसने मूज़े अपनेसाथ लिपटके हीबिस्तर की औरचल पड़े. उसनेमूज़े धक्का देकेबिस्तर पे गिरादिया और मेरेउपर जुक केमेरे कुर्ते औरब्रा को आयेकसाथ उपर करदिया और मेरीचुचि थम ली. मेरे ससुर केहाथ जैसे जैसेमेरी चुचीॉ पेघूम रहा थामई बेचें होतीचली गयी. चुचियाँरगड़ने मे वोकाफ़ी एक्सपर्ट था. फिर उन्हो नेमेरी चुचीॉ कोचूमा और निपल्सचूसने लगे. मैनेससुर जी कालंड हाथ मेपकड़ रखा थाजो अब बिल्कुलटाइट हो केउपर उठ रहाथा.
फिरमेरे ससुर नेमेरे पयज़ामा कानडा खोल दियाऔर उसे भीमेरी पनटी केसाथ ही नीचेकर दिया. मईतड़प उठी थीऔर सिसकारिया माररही थी. मेरेससुर का लंडपकड़के मैने उसेअपनी छूट पेलगा लिया तोमेरे ससुर नेभी पोज़िशन लेकेआयेक ही धक्केमे उनका आधालंड मेरी छूटमे उतार दिया. “उ….मा…” मई कराहउठी…तो वोहसते हुवे बोले“बेटी अभी तोआधा ही गयाहै…..तेरी छूटबहोट टाइट है….मगर चिंता मत कर, हम सब मिलकेउसे पूरी चुड़दकड़बना देंगे”
उनकीबाते सुनके मईबहोट ही एग्ज़ाइटहो गयी औरमेरी छूट मेसे पानी जड़नेलगा…छूट चिकनीहो जाने सेबाकी का आधालंड बड़ी आसानीसे अंदर उतारगया. मेरे ससुरने मूज़े बहोमे भर लियाऔर अब धक्केमार मार केमेरी चुदाई करनेलगे. जब मेरेससुर मेरी चुदाईकर रहे थेतो मैने देखाकी रूम केदरवाजे पे मेरापति राकेश औरमेरी ससूजी खड़ेखड़े ह्यूम देखरहे थे. राकेशका हाथ उनकीमों की चुचियोपे था..मेरीनज़र जब उनपर गयी तोदोनो ने मुस्कुरादिया और वेलडोनेका इशारा करकेफिर वाहा सेचले गये.
शायदवो दोनो भीदूसरे रूम मेजाके चुदाई करनेके मूड मेथे. मेरे ससुरकाफ़ी ताकतवर थेउनका आयेक आयेकधक्का पिस्टन कीतरह उनके लंडको मेरी छूटमे आयेज पिच्चेकर रहा था. मूज़े बहोट मज़ाआ रहा था…मैने अपनी टाँगेउठाके छूट कोऔर उपर करलिया. वो भीधना धन मूज़ेछोड़ रहे थे. मेरी छूट बारबार पानी छ्चोड़रही थी औरफिर आयेक झटकेमे मेरे ससुरने भी मेरीछूट को अपनेलंड के पानीसे भर दिया.
वोअब नीचे उतारगये थे औरमेरी छूट पेमूह करके हमदोनो का मिक्स्डपानी चाटने लगे. मेरी छूट बिलकुफ़सॉफ कर दीफिर वो अपनीटाँगे फैलक़े बैठगये तो मैनेभी जुकाकर उनकालंड मेरे मूहमे लेके चूसनेलगी. तभी मूज़ेमेरे कुल्हो पेकुच्छ च्छुने काऐएहसास हुवा. मैने मूडके देखा तोवाहा राजू मेरेपिच्चे खड़ा थाऔर मेरी गंदको सहला रहाथा. मैने राजूको मुस्कुरकर आँखमार दी.
वोअब मेरे कुल्होको चौड़ा करकेमेरी गांद पेअपना थंक लगारहा था. मईसमाज गयी कीवो मेरी गांदलेने के मूडमे है. कुलुमनाली मे राकेशने कई बारमेरी गांद भीली थी तोमई भी अबगंद मरवाने मेमज़ा लेना चाहतीथी. तभी राजूने मेरी गांदमे आयेक उंगलीघुसेड दी औरआयेज पिकचे करनेलगा. मूज़े मज़ाआ रहा था. फिर राजूने मेरीगांद मे सेउंगली बाहर निकलीऔर घुटनो पेखड़ा होके उनकालंड मेरी गांदपे रगड़ने लगा. राजू के लंडके स्पर्श सेमेरी गांद मेखुजली होने लगी.
मईमदहोश सी होनेलगी. मेरे ससुरका लंड मेरेमूह मे होनेके कारण मईसिसकारिया भी नहीमार शक्ति थी. राजूने अपने लंडका टिप कोगंद के च्छेदपे लगाया औरअंदर डालने कीकोशिश की तोमैने भी मेरीगांद के मसल्सको लूस करनेलगी. ऑश….उहह….राजू कालंड तोड़ा साअंदर हो चुकाथा. आयेक दर्दमिश्रित मज़े सेमेरा बदन ज़ूमउठा. राजू केहर धक्के केसाथ साथ मईभी मेरी चूतादोको पिच्चे धकेलनेलगी तो राजूका लंड मेरीगंद मे उतरताचला गया.
अबराजूने कमर पकड़ाकेखचा खच अपनालंड मेरी गांदमे पेलने लगा…मई भी मेरेससुर का लंडको पूरा मूहमे लेके चूसनेलगी..मेरे ससुरका लंड फिरसे टाइट होकरमेरे गले केअंदर तक घुसगया था. फिरतूफान मच गया..मेरे ससुरने अपने लंडका पानी मेरेमूह मे हीछ्चोड़ दिया…मई भीउसे पूरा कापूरा गले केनीचे उतार गयीऔर ससुर केलंड पे जीभघूमती हुई उसेचाटने लगी…उसी वक़्तमेरे देवर राजूने मेरी गंदमे अपना पानीछ्चोड़ दिया.
कुच्छदेर हम ऐसेही पड़े रहेफिर मैने राजूका लंड चुसकेउसे फिर सेखड़ा कर दिया. राजू का लंडजब बिल्कुल टाइटहो गया तोमैने उसे मूहमे से निकलदिया और मेरीछूट पे लेलिया. अब राजूमेरी चुदाई करनेलगा. मेरे ससुरखड़े होके बातरूममे चले गयेऔर सफाई करकेकपड़े पहन नेलगे. कुच्छ हीमिनिट्स मे राजूने मेरी छूटभी अपने पानीसे भर दी. फिर हम दोनोभी खड़े होकेबातरूम मे चलेगये वाहा पेराजू ने मेरीछूट और गांदको पानी सेधो दिया औरमैने उनका लंडको साफ करदिया. हम नेभी कपड़े पहनेऔर नीचे आगये. घड़ी मे10.30 बाज रहा था.
जबमई नीचे ड्रॉयिंगरूम मे पहुँचीतो वाहा मेरेलिए और आयेकसर्प्राइज़ था. ड्रॉयिंगरूम मे सोफापे मेरे पापाबैठे थे. उनकीगोद मे शाररख के मेरीससूजी लंबी होकेपड़ी थी. मेरेपापा मेरी ससूजीके बड़े बड़ेबूब्स को कपड़ोके उपर सेही सहला रहेथे और मेरीससूजी की टॅंगोके पास बैठके मेरा पतिराकेश अपनी मोंकी टाँगे सहलारहा था. मूज़ेवाहा देख केमेरे पापा कीगोद मे सेउठाकर मेरी ससूजीबोली “ आजा बिटिया, हम तेरा हीइंतेज़ार कर रहेथे, मैने हीफोन करके तेरेपापा को बुलायाहै,
जोमज़ा तू इसघर के सारेमर्दो को देरही है वोमज़ा का हक़दारतेरे पापा भीहै” जवाब मेमैने मुस्कुरई औरपापा की बगलमे बैठते हुवेबोली “ हा, मुम्मय्जीआप बिल्कुल सचकह रही हो, जिस पापा नेमूज़े अपने लंडसे पैदा कियाउस लंड कोमई कैसे निराशकर शक्ति हूँ” फिर मैने पापाके होतो पेमेरे होत रखदिया और आयेकहाथ से पापाके लंड कोपंत के उपरसे ही सहलानेलगी.
मेरीससूजी सोफा पेहाथ रख केबेंड हो गयीऔर उसने राकेशको कहा “ चलबेटा, वो दोनोबाप-बेटी कीचुदाई के साथसाथ तू भीआजा तेरी मकईछूट ले ले” और उसने अपनीसारी और पेट्तीकोतको उपर उठालिया. मैने देखाकी मेरी ससूजीके कूल्हे बड़ेही गोल मटोलऔर गोरे चिकान्यथे. राकेश नेअपना पंत औरअंडरवेर उतार फेंकाऔर लंड कोअपनी मा कीछूट पे टॅंगोके बीच सेरगड़ने लगा. अबतक मेरे पापाभी मेरी चुचियोसे खेलते हुवेमेरे कपड़ो कोउतरने लगे थे.
मईमेरे खुद पापासे छुड़वाने केख्याल से हीकाफ़ी एग्ज़ाइट होचुकी थी, थोड़ीदेर पहले हीमई मेरी छूटमे, गांद मेऔर मूह मेलंड ले चुकीथी…फिर भीमेरे पापा कालंड लेनेको बड़ीही व्याकुल होरही थी. मैनेभी पापा केपेंट को खोलदिया और उनकेअंडरवेर को नीचेकरके लंड कोबाहर निकाला…ऑश….पापा कालंड तो येतीनो मर्दो सेभी बहोट बड़ाऔर मोटा था. वो आएकदम टाइटहो गया थाऔर अटेन्षन मेखड़ा हो गयाथा. मई पापाकी गोद मेशार रखते हुवेपापा का लंडको चूमने लगी.
पापाअब मेरी निपल्सको उंगलिओ केबीच दबा रहाथे..उहह….क्या….मज़ा आरहा था….फिर पापाने भी मेरीपनटी उतार दीऔर मेरे कुल्होको ठप तपानेलगे…मैने पापाका लंड मूहमे लेना चाहा..बड़ी मूषिबटसे आधा लंडही मूह मेले शकी….पापा कीउंगलिया अब मेरेचूतादो के बीचसे कभी मेरीगांद के च्छेदको सहला रहीथी तो कभीमेरी छूट केलिप्स पे घूमरही थी…
आजसुबह से हीइतना सारा सेक्सका मज़ा लेरही थी औरअब मेरे खुदके पापा कोमेरे स्थ पाकरमेरी उत्तेजना काकोई हिसाब हीनही रहा…मूज़े लगाकी मई एग्ज़ाइट्मेंटकी मारी पागलहो जौंगी..उधरराकेश अपनी मोंकी छूट कोपिच्चे की औरसे पेल रहाथा और मेरीससूजी के मूहसे “आ….उहह….ऑश….छोड़…बेटा छोड़….और ज़ोर से….ह” जैसी आवाज़े निकल रहीथी. उनको देखके अब मेरीभी बर्दस्त कीहड्द आ गयीमई भी ससूजीकी बगल मेही सेम पोज़िशनलेके पापा सेबोली “
आओपापा अब रहानही जाता है…अपनी बेटी कीछूट फाड़ दो….आपका बड़ा लंडघुसेड दो मेरीछूट मे….” पापा मुस्कुरातेहुवे खड़े हुवेऔर मेर पिच्चेआके पिच्चे सेही मेरी छूटमे अपना लंडघुसेदने लगा….ऑश…क्या टाइटआंड गरम गरमलंड था…..जब तकउनका लंड पूराछूट मे घुसगया तब तकमई ने बारबार छूट मेसे पानी छ्चोड़दिया. रॅपिड मल्टिपलऑर्गॅज़म का अन्फयर्गएटबलएक्सपीरियेन्स हो रहाथा. पापा भीअब मेरी कमरपकड़ के मेरीछूट फाड़ने लगे..मई एग्ज़ाइट्मेंटकी मारी सिसकारियामार रही थीऔर बोल रहीथी “छोड़ो…पापा ..छोड़ो ..अपनी बेटीकी छूट फाड़दो….और ज़ोरसे पापा…..ऑश….ह…..”कुच्छ देरमे ही राकेशने अपनी मोंकी चुदाई पूरीकी और इधरमेरे पापा नेमेरी छूट अपनेवीर्या से भरदी. फिर हमसब ठीक तकहो गये औरसफाई करके कपड़ेपहन लिए. तभीमेरा ध्यान नीचेके बेडरूम मेगया..वाहा पेमेरी मों भीथी जो अभीमेरे ससुर औरदेवर से छुड़वारही थी……ऑश…क्या मस्तचुड़दकड़ मेरे पेरेंट्सथे और उन्होनेमेरी शादी भीबहोट ही मस्तचुड़दकड़ फॅमिली मे करवाईथी.
ये2 यियर्ज़ मे कईबार मई अपनेपापा, ससुर औरदेवर से छुड़वाचुकी हूँ. मेरेपेरेंट्स हर वीकेंडमे हमारे घररुकने के लिएआ जाते है…कई बार हमसब ने साथमिलके फॅमिली ग्रूपऑर्जी भी की. हर 2-3 महीने मे मेरीननंद वैशाली भीअपने हज़्बेंड केसाथ आती हैतब जीजाजी मूज़ेऔर मेरी ससूजीकी चुदाई करतेहै और वैशालीअपने पापा औरदोनो भईओ सेचुड़वके जाती है.
अबमेरे अच्च्चे दिनजा रहे हैमई प्रेग्नेंट हूँऔर 5वा महीनाचल रहा है.मेरे बचेका रियल बापकौन है मेरापति,देवर,ससुरया पापा वोतो मूज़े भीनही पता मगरवो सब चाहतेहै की मूज़ेबेटी आए, क्यूँकी वो बड़ीहोके उन सबसे चुडवाए. मगरमई चाहती हूकी मूज़े बेटाहो, जो बड़ाहोके मेरी छूटमे अपना लंडपेल कर अपनीमों को बहोटसारी खुशिया दे. दोस्तो, आप कोमेरी कहानी कैसीलगी ये ज़रूरबताना.
Post a Comment