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आंटी की चुदाई की शुरुवत

दोस्तोमे आपको मेरीआयेज की कहानीबताने वाला हू. आपको मेरी आंटीके साथ हुईहादसे बारेमे मालूम हे. कैसे मेने आंटीको उनकी ग़लती वजह सेउनको पनटी औरब्रा मे देखा. ये कहानी उसिक बाद कीहे. मे अबरसोई मे गयाजहा पर आंटीखाना पका रहीथी मे आंटीके पास गयाऔर आंटी फिरसे माफी माँगीआंटी सदी मेबहुत सेक्सी लगरही अभी भीमूज़े उनकी वोपनटी की ज़लाकयाद रहीथी. मे उन्हेबस ताकता हीरह गया. फिरआंटी बोली जोकुछ हुवा वोभूल जाओ. मैनेकहाआंटी मेभूलने की हीकोशिश कर रहाहू पर आपका वो सुंदररूप मेरे मानसे जाता हीनही अप बहुतही से सेक्सीहो.’ ये बोलकरमे तोडसा रुकाआंटी को समाज़मे नही रहा था केक्या बोले. येदेखकर मेने औरआयेज बढ़ने कीकोशिश की मैनेकहा आंटी आपलाल पनटी मेबहुत ही सेक्सीलग रही थी. आप का शेपदेखकर मेरा तोखड़ा ही होगया. आंटी कोगुस्सा रहाथा वो पीछेमूडी और मेरेतरफ देखा मेरालंड खड़ा हीथा आंटी काध्यान मेरे लंडकी तरफ गया. आंटी के कुछभी समाज नही रहा थाफिर भी वोबोली देखो समीरतुम्हे ये भूलनाहोगा.

ऐसेसोच अपने आंटीके बारे मानमे रखना ग़लतबात हे. मेअब उनके नज़दीकगया और उनसेकहा और खुलकेबात करने लगामैने कहाआंटीआप को पतानही आप कितनीखूबसूरत हो आपकोकोई भी ग़लतीनंगा पनटी मेदेख ले तोकोई भी आपसेज़बरदस्ती छोड़ने का प्रयासकरेगा. मैने तोआपको नंगा हीनही बल्कि आपकेपनटी के उपरसे हाथ सेमसल भी दियाहे. आप काशरीर कोमल औरमुलायम हे आपकी उमर किसीसभी 22 साल कीलड़की तरह लगरही जब मैनेआपको नंगा देखाथा. आंटी कोगुस्सा भी रहा था औरतोड़ा मान मेअक्चा भी लगरहा उनकी तारीफसुनके. आंटी नेकहा देखो हमारेबिच मे तुमसोच रहे ऐसाकोई भी रिश्तानही बन सकतामे एक शादीसुदा बचे वालीअओरत हू तुम्हेमेरे बारे मेऐसा सोचना नहीचाहिए. ऐसी सोचभी रखना बुरीबात हे तुमअपने मान सेबुरी बाते निकलदो. आंटी नेमूज़े संज़ने कीपूरी कोशिश कीपर मे भीउनके उस नागेरूप की कमवासना मे डूबगया था.

मूज़ेकुछ भी अचीबाते समाज़ नही रही थीसिर्फ़ आंटी कोचुधना ही मेरेमान मे बैठगया था. आंटीकी बतो नेमूज़े नाराज़ करदिया था परमे भी सुननेको टायर नहीथा. मैने उनकोकहा आंटी आपमूज़े समाज नेकी कोशिश करोमे तो आपसेएक साधारण हीएच्छा रखता हूमे आपसे कोईभी आपके पतिवेल संबंध नहीबनाना चाहता मूज़ेसिर्फ़ आप कोनिहारना चाहता हू आपकेउस नंगे रूपमे,मूज़े आपकोआप की मर्ज़ीके बिना छोढ़नानही हे अगरआप की एच्छाहो तो हीहम अपने संबंधरखंगे मेने अभीभी आपको नंगादेखने के बादमान को काबूमे रखा हेअगर आपको औरकोई भी नंगादेखेगा तो आपकोआप की मर्ज़ीके बिना चूड़डालेगा एटानी आप खूबसूरतहो. आंटी येसुनकर हैरान रहगयी की मेअब उनके बारेमे ऐसे बातेकरने लग रहाथा आंटी सोचमे पद गयीथी उनके सम्ज़मे नही रह था मूज़ेलग रहा थाकी वो मेरीकुछ बतो कोराज़ी हो सकतीहे तभी मेनेकहा आंटी आपको मे सिर्फ़नंगा ही न्याहरणचाहता हू आपकोमे पनटी औरब्रा मे फिरदेखना चाहता हू. मे आपके शरीरको तब तकस्पर्श नही करूँगाजब तक आपकी मर्ज़ी नाहो.

मेआपका सुंदर बूब्सऔर छूट चूतड़देखना चाहता हूमे आपको डोरसे देख करअपने लंड कोहाथ मे लेकरमूठ मारूँगा. आंटीये सुनकर तोहैरान ही रहगयी की मेउनको नंगा देखनाचाहता हू आंटीने कहादेखोये संभव नहीहे मूज़े तुमसेकोई भी ऐसारिश्ता नही रखनाऔर तुम ऐसासोचना अब बंदकर दो. मेकिसी भी दूसरेमर्द के साथअपनी एज़्जत शेरनही करना चाहती. मैने आंटी सेकहाआंटी आपमेरी बाते समाज़नही रही होमे आपकी एज़्जतको तो मैनेकब का देखलिया हे आपये भूल गयीहे के मैनेआपके छूट औरचूतड़ को भीसहलाया हे आपकीपनटी मे मैनेहाथ भी डालाहे अब आपकीमेरे सामने कोईऔर एज़्जत बचीनही हे मेआपको एक बातबताना चाहता हूकी मे हमेशाआप की बातरूममे नहाने केबाद जो पनटीथी उससे मूठमरता था. मैनेहमेशा कंट्रोल रखाथा पर आजके हादसे केबाद आपको नंगादेखने के बादजो भी आपकीएज़्जत कपड़ो ने ढाकीथी वो भीअब नही रहीअब आप कीएज़्जत बची हीनही. आप मेरेसामने नंगा भीघूमेगी तभी आपकीएज़्जत नही जाएगी. आंटी आप मेरीसिर्फ़ मदात कीजिएमे सिर्फ़ आपकीउतनी ही एज़्जतमाँग रहा हूकी आप नेआज गवई हे. मे आपसे छोढ़ुंगानही और आपकोस्पर्श तक नहीकरूँगा. पर मेआपको सिर्फ़ पनटीऔर ब्रा मेही देखना चाहताहू मे आपकोपूरा नंग भीनही होने कोबोल रहा सिर्फ़मेरे मान मेजो आग हेउसे मिटाना चाहताहू और जोमेरे मान मेवाग लगी इस्केलिएआप ही ज़िमेदारहो आप कोमेने नंगा नहीदेखा होता तोमे आज आपसेये बाते नहीकरता.आपने हीअपनी एज़्जत मूज़ेदिखाई ये वोग़लती से क्यूना हो.

अबआप मेरे सामनेनंगी भी होजाए तो भीआपको शरमाने कीज़रूरत नही हेमे ने आपके नंगे शरीरको पूरी तरहसे देखा हे. आंटी ये सबसुनके परेशन होगयी मेरे हटके सामने उनकाकुछ भी नहीचल रहा थाउनको ये अएसासहो गया थाकी अब उन्हेमेरे सामने फिरसे एक बारनंगा हो नाही पड़ेगा फिरभी वो नंगाना हो नेका प्रयास कररही थी आंटीने कहा येग़लत हे हलकेमेरी एज़्जत चलीगई तुमने मूज़ेनंगा देख लियाहे पर मेबार बार तुम्हारेसामने नंगा नहीहो सकती.एकबार नंगा देखनेमे बार बारनंगा नही होसकती. तुम यहासे जाओ औरये अब ख़यालछोड़ दो. आंटीके बोल सुनकरमेरी आशए परपानी फेरने लगाथा मेने अबफिर से प्रयासकरना चाहा मूज़भी मालूम थाकी ये मेराआखरी मुआका थाक्यूंकी मूज़े भी पताथा की अबमेने आंटी कोनंगा नही कियातो मे कभीभी मे उन्हेनंगा नही करपौँगा ये मौकामे गवाना नहीचाहता था तोमेने आंटी सेकहा मे आपसेहाथ जोड़ता आपमूज़े एस मुसीबतसे निकले अगरआपको नंगा देखकर मेरे मानकी आग जोआप को छोड़नेकी लगी हेवो मे मूठमरके मिटाना चाहताहू आप नंगीहो गयी तोमे आपने मानकी आग मिथौँगा. और आपकी कोईएज़्जत भी नहीजाएगी. और मेरेमान भी शांतहो जाएगा ऐसाबोलके मेने अपनीपंत उतरी औरमे नंगा आंटीके सामने खड़ाहो गया. आंटीये सब देखतेही रह गयीमेने अपने सारेकपड़े उतार दिएऔर उनके सामनेनंगा हो गयामेरा लंड पूरीअराह से खड़ाथा आंटी भीमूज़े पूरी तरहसे निहाराते रही. अब मे अपनेलंड को हाथमे पकड़ केउनके सामने सहलानेलगा उन्हे मेरालंड पसंद रहा था वोभी उसे ध्यानसे देखा रहीथी.

मेनेआंटी को कहाप्लीज़ आप मेरीसहायता कीजिए आप अपनेकपड़े उतार दीजीएपरआंटी ये माननेके लिए टायरनही थी मेअब बाट्रूम चलागया और आंटीजहा पनटी नहानेके बाद सूखनेडाली थी वोलेकर आया औरउससे मे मूठमरने लगा वोपनटी भी बादामीकौलोर की थीऔर मुलायम भीथी. ये देखकरआंटी को भीसमाज़ मे रहा था केमे उनके प्रतिबहुत पागल होगया हू औरमे कुछ भीसुनने को तयारनही हू. आंटीने मूज़े कहाये क्या कररहे हो रुख़जाओमेने आंटीबात नही सुनीऔर मेने उनकीवो पनटी उनकेही सामने हीपहन ली औरअपने लंड कोपनटी के उपरसे सहलाने लगाऔर मेने फिरसे उनको कहाके आप कानंगा शरीर मेदेखना चाहता हूमे मेरी आगमिटाना चाहता हू. आंटीसोच मे पड़ीरही उन्होने कहामे नंगी नहीहो सकती परतुम्हे अपनी अभीपहनी हुई पनटीउतार कर देतीहू. और मेमान ही मानमे खुश हुवा. आंटी ने अपनीपनटी मेरे सामनेउतार दी औरआंटी ने मूज़ेपनटी दे दीमेने उनकी पनटीले ली. उनकीपनटी थोड़ी सीगीली भी हुईथी उनके भीमान मे कमवासना जाग गयीथी और पनटीगीली हो गयीथी.


मेनेपहनी हुई पनटीनिकल दी औरउनकी दी हुएपनटी से मेमेरा लंड सहलानेलगा पर मेरेमान की शांतिनही हो रहीथी मेने आंटीसे कहा प्लीज़मेरे सामने आपफिर नगी होजएए मेरी आगमिटएए आंटी नेभी मेरा लंडदेखा कर उनकोभी कम वासनाजाग गयी थी. आंटी ने कहाठीक हे मेमेरे कपड़े उतारदेती हू. येसुनकर मेरा लंडऔर भी खड़ाहो गया आंटीने मूज़े उन्होनेउतरी हुई पनटीमाँगी मेने उनकीपनटी सूँघकर उन्हेदी. मेरे सामनेआंटी ने पनटीपहन ली. अबआंटी अपनी सॅडीउतार रही थी. वो अपनी सदीधीरे धीरे सेनिकल रही थीमे मान मेखुश हो रहाथा. मे आयेजकी कहानी आपकोअगले पार्ट मेबतौँगा. प्ल्ज़ कॉमेंट करना.

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