ईम साहिल फ्रॉमदेल्ही ई वॉंटतो शेर मीफर्स्ट सेक्स एक्षपेरियँसे वितयोउ. मेरी उमर25 अस्ल है ओरमैं म्बा कररहा हूँ. मेरीहिगत 5.9 है ओरमस्क्युलर बॉडी है. ये कहानी हैजब मैं 20 सालका था… मेरी चाचीओर मेरे सेक्सकी कहानी. मेरीचाही का नामरूबी है ओरउसकी उमर 27 सालकी थी जबमैने चाची कोपहली बार छोड़ाथा. उसका फिगुरबोट कमाल काथा ( 34 28 36) मैने उसकोसोच सोच कबो बार मूठभी मारी थी. मैं मौके कीतलाश मे थाकी कब उसेछोड़ू ओर खाजौ अपनी चाचीको..
मेरीचाची की शादीको दो सालहो गये थेओर अभी तकउनके बचा नहीहुआ तो वोबोट उदास उदासरहती थी ओरमैं उनको देखक सपने देखताथा..चाचा अक्सरकम से बाहररहते थे ओरमैं चाची कीदेखभाल करते थातो हम बोटघुलेमिले थे मैंओर चाची साथही खाते थे…. एक दिन मैनेचाची से पूछाक चाची आपकेअभी तक बचाक्यों नही हुआपहले तो वोकुछ नही बोलीफिर गुस्से मेउठ क चलीगयी…
उसदिन चाची बोटउदास थी, मैनेचाची से बोलाक्या हुआ तोवो बोली कुछनही ओर कमकरने लग गयी.. ओर फिर आकेसो गयी मैनेचाची को देखाबोट सुंदर लगरही थी ओरनिघट्य पहनी हुईथी बोट सेक्सीमैं चाची कबारे मे सोचतासोचता मूठ मारक सो गयाअपने रूम मेजा क…
अगलेदिन घर मेकोई नही था.. चाचा अपने कमसे मुंबई गयेथे ओर सारेघर वेल शादीमे गये थे.. चाची की टबयतखाराव थी तोवो नही गइेवओर नेरए पेपरथे इसलिए मैंनही गया….मुझगे मौकामिल गया चाचीक साथ अकेलेरहने ओर मैंबोट खुश होगया की औबशायद चाची कोछोड़ने का मुआकामिल जाए…
अगलेदिन चाची नेसुबा उठ कछाई बनाई ओरहम दोनो नेछाई पी ओरफिर से मैनेचाची से पूछाक आपके अभीतक बचा क्योंनही हुआ.. तोवो बोली कतेरे चाचा सेजा क पूछले. तो मैनेकहा चाची आपही बता दोना तो वोबोली क बचाकैसे होता गाईतुझे पता हैतो मैने बोलाक हाँ पताहै तो फिरवो बोली कतेरे चाहा कपास टाइम कान्हाहै क मैंमा बन जौउनको तो सिर्फ़कम दिखता है….. मैने मज़ाक मे चाचीसे बोला कमैं कुछ हेल्पकरू तो वोमुझे गुस्से मेदेखने लगी ओरउठ क अपनेरूम मे चलीगयी…
मैंभी थोड़ी देरमे उनके रूममे चला गयातो वो लेतीहुई थी ओरउदास थी तोमैने पूछा कक्या गुआ तोवो बोली कीटाँगे दर्द होरही है मैंफटफट चाची कपास गया ओरबोला क मैंदबा देता हूँतो वो मानाकरने लगी लेकिनमैने टाँगे दबानास्टार्ट कर दिया.. उस्दीन मैने चाचीको पहली बारछुआ था ओरमेरे मान मेलड्डू फुट रहेथे…..
मैंटाँगे दबड़ते दबातेउनकी जंग तकआगेया उन्होने मुझेरोका ओर मैंफिर उंगलिया दबानेलगा… जब मैनेउनकी जाँघ पेहाथ रखा तोमेरे लंड क़हदाहोने लगा थामैने पेजमा पहनाथा तो मेरालंड चाची कोदिखने लगा थावो बार बारमेरे लंड कीतरफ देख रहीथी…. फिर हमउठ गये ओररत मे कहनाखा क मोविएदेखने लगे कंप्यूटरपे उसमे कुछसेक्सी सीन भीथे. तो चाचीअपने होंठ दबाक देख रहीथी ओर मेरीतरफ देख रहीथी…
फिरचाची अपने रूममे सोने चलीगयी ओर मैंअपना रोज़ कीत्राह मूठ मरनेलगा… थोड़ी देर मेचाची आई मैंबिल्कुल नंगा थाओर मेरे हाथमे लंड थाचाची देखने लगीमैं दर गयापर चाची कुछनही बोली… फिर वोमेरे पास आईओर बोली कआज मैं यन्हिसो जाती हूँतो मैने बोलाठीक है,,,, फिरमैं कपड़े पहननेलगा तो चाचीबोली रहने तोऐसे ही आचेलग रहे होओर हास पड़ीतब मेरा दिलबाघ बाघ होगया ओर मुझेमेरा सपना सचहोता दिख रहाथा.
मैंबेड पे लेताथा चाची कीतरफ़ मूह करकेओर चाची अपनीपीठ करके ….
मैंकोशिश की कचाची को पीशेसे पाक्ड़ू परदर लग रहाथा तूदी देरमे चाही सोगयी ओर मैनेअपना एक पैरउनके पेर पेरख दिया वोहिलने लगी तोमैने अपना पेरहटा लिया… फिर थोड़ीदेर मे चाचीने अपना हाथमेरे उपर रखाओर आँख बंदकरके लेती हुईथी…. मैने फिरअपना हाथ उनकेदूधू क उपररख दिया तोवो तोड़ा पासआगाई ओर फिरमैने उनकी चूचीदबाने लगे लगावो कुछ नहीबोली फिर मैनेब्रा खोल दीअंदर हाथ दलक ओर फिरउन्होने आँख खोलली..ओर मुझेदेख क हासणेलगी ओर बोलीक ये क्याकर रहा हैशेतन तो मैनेबोला जो आपचाहते हो मेरीजान… तो होबोली क तेरेचाचा क पासतो टाइम हीनही मैं भीएक लड़की हूँमुझे भी लंडचाहिए…. तो आईने बोलामैं हूँ नाआपको लंड भीदूँगा ओर बोटसारा प्यार…..तो बोलीक मुझे प्यारकरो…..
फिरमैने चाही कसारे कपड़े उतारदिए… मेरी अक्नेफटी की फटीरह गयी उनकाजिस्म इतना सॉफ्टथा ओर इतनासुंदर था कमैं देखते हीपागल हो गया…ऐसा लगता थाकी 16 अस्ल कीकोई कवरी लदीहो… मैं पागलोकी त्राह उनकोचूमने लगा ओरबीच बीच मेदाँत भी काटलेता था जिससेचाही क मूहसे आहह कीआवाज़े निकल रहीथी उससे मैंओए एक्शिटे होरहा था.. फिरमैने अपनी चाचीक दूधू कोमूह मे लियाओर चूसने लगातो चाची भीमेरे साथ देनेलगी ओर पागलोकी त्राह मेरेबाल पकड़ कमेरा सेर अपनेब्रेस्ट पे दबानेलगी… मैं ओरज़ोर ज़ोर सेउनके दूधू पीनेलगा ओर उनकोचूसने लगा….
फिरमैने अपना हाथउनकी छूट पेरखा… रखते हीवो आहह करकेमुझे ज़ोर सेहग करलिया ओरबोली आज मेरीप्यास भुझा देसाहिल जो माँगेगावो दूँगी तुझे.. मैं खुश होगया.. मैने उनकीछूट मे उंगलीदल दी, मानोकी आग निकलरही थी उसमेसे फिर अपनीउंगली अंदर बहराकरने लगा तोचाची ने मुझेबोट ज़ोर सेदाँत काट लिएमेरे हाथो पेओर मेरी हाथोकी उंगलिया मूहमे ले कचूसने लगी…. मैने पहलेकभी ऐसा मज़ानही लिया था…..
फिरमैं चाची कीटॅंगो क बीचमे आके बेतगया ओर उनकीरसवाली छूट कोदेखने लगा मैनेभी चाची केचूटर को दोनोहतों से पाकरलिया और उनकीगंद सहलाते हुएउनकी रस भारीछूट को चूमनेलगा. चाची कीछूट की प्यारी-प्यारी खुसबु मेरेदिमाग़ मे चनेलगा. मई दीवानाकी तरह भाभीकी छूट औरउसके चारो तरफके एलके कोचूमने लगा. बीच-बीच मेमई अपनी जीवनिकल कर चाचीकी रनो कोभी छत लेता. चाची मस्ती सेभर कर सिसकारीलेते हुए बोले, “है साहिल अहह! जीव से चतोना. अब औरमत तारपाओ रशीद. मेरी बर कोचतो. दल दोअपनी जीव मेरीछूट के अंदर. अंदर दल करजीव से छोड़ो.” अब तक चाचीकी नशेली छूटकी खुसबू मुझेबुरी तरह सेपागल बना दियाथा.
मैनेचाची की छूटपर से मुँहउठाए बिना उन्हेकींच कर पलंगपर बैठा दियाऔर खुद ज़मीनपर बैठ गयाओर चाची कीछूट को बुरीत्राह से चूसनेलगा 15 म्न्ट ऐसे करतेरहा ओर फिरएक ज़ोर दरपिचकारी चाची नेमेरे मूह मेछोड़ दी ओरबेड पे गिरगयी ओर लंबीलंबा साँसे लेनेलगी… मैं उठक चाची कपास गया ओरबोला क क्याहुआ वो बोलीकुछ नही मेरीजान अभी तोप्यार की शूरवातओर कह करमेरा लंड पकड़लिया वो बोलीतेरा लंड तेरेचाचा क लंडसे बोट बड़ाइससे तो मेरीछूट फट जाएगी.. मैने बोला कजैसा भी आपकाही है ओरफिर चाही नेमेरा लंड काटोपा अपने मूहमे लिया ओरचूसने लगी .
फिरमैं खड़ा हुआओर चाही कीदोनो अपने कंधेपे रख करअपने लंड सेचाची की छूटको सहलाने लगातो चाची मदहोशहो गयी ओरबोले लगी कदल दे अपनालंड मेरी छूटमे ओर फ़र्डदे मेरी बुवरक चिथड़े उड़ादे आज जोकरना है करलेसाहिल मेरी जान…तो मैने अओपनेलंड को अंदरडाले की कोशिशकी पर वोजा नही रहाथा क्योंकि चाचीकी छूट काछेड़ छोटा थाफिर मैने दुबाराकोशिश पर लंडअंदर नही गयातो चाची नेआयिल दिला ओरबोली अपने लंडपे लगा लेओर मेरी छूटभी दल मैनेवैसा ही कियाओर आयिल लगाक लंड चाचीक छूट कदरवाजे पे रखडोया ओर चाचीसे बोला कत्यआर हो जोआचाची तो चाचीबोली क औबमत तडपा दलदे अपना लंडजल्दी ओर मैनेएक ज़ोर सेझत्तक्ा मारा तोचाची छिला पड़ीआअहह निकल निकलजल्दी बोट दर्दहो रहा हैतो मैं रुकगया फिर थोड़ीदेर मे चाचीबोली क रुकाक्यों है चालूकर्दे मशीन ओरमैने फिर सेज़ोरदार झटका मारातब चाची फिरछिला पड़ी आअहहऊऊओह माआआअ मरररररगयी आअहह उईईइमाआ क्या जालिमलंड है तुम्हारा. छोड़ डाला तुमनेमुझे. मई गाईए” और चाची मुझसेचिपक कर शांतहो गये ओरमेरा साथ देनेलगी अपनी गंदऊचाल ऊचाल कओर मैने ढकेतेज़ कारडीए चाचीझाड़ गयी ओरपागलो की त्राहमुझे चूमने लगीओर बोली बसकर औब मैनेबोला मेरा तोहुआ नही अभीतो बोली अछाकर ले मैनेअपनी अपीड़ बधाईओर ढके पेढके पेलने लगाचाची फिर सेझड़ने वाली थीओर मैं भीझड़ने वाला थातो हम दोनोएकद्ूम मदहोश हो गयेथे फिर मैनेअपने लंड निकालाओर चाची कमूह मे देदिया ओर उनकीछूट को चूसनेलगा थोड़ी देरमैं चाची कमूह मे झाड़गया ओर उनकामूह पानी सेभर गया ओरचाची ने मेरेमूह मे पिचकारीछोड़ दी… हम पसीनापसीना हो गयेओर एक दूसरेसे चिपक करलेट गये……
उसरत मैने चाचीकी 4 बार चुदाईकी ओर जन्नतका सेर करवाया… उसके बाद हमरोज़ क्ससेक्श करनेलगे जब तकघर वेल नहीआए ओर फिरह्यूम जब भीमौका मिलता थाहम चुदाई करतेहै…. क़हचही ने मुझसेखुश होके मुझेतोहफा दिया… तोहफे मेमुझे चाची कीछोटी बेहन कीछूट मिली उसकानाम रेशमा थाउसकी कहानी फिरकभी सुनौँगा….
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