हीरीडर्स मेरा नामदीपक(नामे चेंज्ड) है मैं 22 यियर्ज़का हू औरजोधपुर मैं रहताहू, मैं अपनीसच्चे कहानी बतानाचाहता हू(रीडर्सकॅन से इटआस आ ट्रूएनकाउंटर) जो की2 साल पहले होगयी. मा अपनेपेरेंट्स के साथजोधपुर रहता हू. मी करेस्पॉंडेन्स सेम.सी.आकर रहा हू. . उसका परिवार और मेरापरिवार फॅमिली फ्रेंड्स हाक्योंकी मेरी मोंऔर सौम्या कीमों दोनू एकस्कूल मे टीचरहा. दोनो परिवारनज़दीक रहती भीहा.
मीसौम्या कू छोटीहोती से जनताहू. शयाद वोतब 5 साल कीहोगी और मी8 साल का. हमदोनो एक साथगुली डंडा गलीमी खेलते थी. देखती देखती दोनोकब बड़े होगयी पता हीनही चला. हाअब हम गुलीडंडा की बजाईबाद मिनटों खेलनीलग गयी थी. बाद मिनटों खेलतीहुए एक दिनमुझी एहसास हुआकी सौम्या अबजवान हो गयीहा. बात एसीबने की जबवो एक दिनशट्लकोक्क उतनी कीलिई नीची झुकीतो मेनी उसकी मुम्मू केदर्शन कर लिई. उस्नी मुझी एस्साकरती हुए रंगीहातू पकड़ लियाऔर अनकही मटकाकर बोली दीपकक्या देख रहीहो. मी भीदीत था बोलादेखनी की चीज़देख रहा हू. वो मुझसी भीबढ़कर दीत थीबोले देखना हातो कमरी परले चालू सबकुच्छ दिखा डोंगीयहा गली मीदस कूटी भीदेख रही हाकुच्छ तो मेरीइज़्ज़त की शरमलिहाज़ करो. मेबोला अब तोमों घर परहा पापा भीआनी वाली हा, हा कल सुबहजब कोई घरपर नहीं होगा, छ्होता भाई भीस्कूल गया होगाआ जाना. मेरालंड इतनी बातकरती हुए टनगया था. उस्नीभी कनखीयू सेमेरी तनी हुएलंड को कञीकक्केरकी अंदर तानाहुआ देख लियाऔर उस तरफउंगली कर कीज़ोर ज़ोर सेहसनी लगी. मेरालंड उसकी हसीदेखकर और गरमहो गया. उसकीबाद ना मुझसे खेला गयाना उससे. हमग़मे बंद कार्कीअपनी अपनी घरचली गयी. मीबॅडमिंटन रॅकेट और शूतलीदरवाज़ी पर खड़ीहुए छोटी भाईकू पकड़ा डीओुरटाय्लेट मी घुसगया…और फतावटकञीकक्केर और उंड़ीउतार कर तनीहुए लंड परथूक लगा करज़ोर ज़ोर सेमुत्ह मरनी लगा. आअहह….ऊऊहह….सौम्या डियर ईलव उ ….ईलव उ….. मेरे मूँहसे निकल रहाथा और मीबड़ी तेज़ी सेमुत्ह मार रहाथा. मेरी लंडसे पिचकारी कीतरह हनी निकालकरटाय्लेट की देवारपर मॉडर्न चित्रकारीबना डी. पहलीमेनी अपनी लंडको कुतुब मीनारसे एक छोटीछुएआ मी बदलतीदेखता रहा… मेरी दिलऔर दिमाग़ मीसौम्या की मोटेमोटे मुमू , प्रॉबब्ली40 साइज़ का एकअज़ीब नशा छड़ाहुआ था…..कैसा मीखुद बतानी मीअसमर्थ हू.
मीमग से पानेडालकर दीवार परबने मॉडर्न पैंटिंगको धू रहाथा….की सेलकी घंटी बाज़ीमेने गुस्सी सेसेल को देखाउस पर सौम्याका नो डिसप्लेहो रहा था.. मेने जल्दी सेलओं किया औरबोला हा सौम्या….सौम्या डियर दीपकमी तुम्हारी तनीहुए टूल कूदेखकर इतनी गरमहो चुकी हूकी टाय्लेट मीघुसकर अपनी…….मे उंगलीडालकर ज़ोर ज़ोरसी आगी पीछीकर रही हू…..बहुत मज़ा आरहा हा डियर… उस्नी जब मेराहाल पुचछा तोमेने भी सचसच बता दिया….वो बोले अभीसेल डिसकनेक्ट मतकर्मा ….मे सेलकान से लगाकरखड़ा था उधरसे आवाज़ी आरही थी…..आहह…..उहह , उम्म्म्मह……एट्सेटरा आंड देनतेरे वाज़ कंप्लीटसाइलेन्स आंड देनशी क्राइड लाउड्लीऊऊऊऊऊओह….सो लाउड्लीकी मुझी लगाकी सेल हीना फट जाई… मी सौम्या…सौम्या चिल्ला रहाथा पर उधरसे ज़ोर ज़ोरसे सांसी लेनेके अलावा कुच्छनही हो रहाथा. दो टीनमिनिट बाद उसकीआवाज़ आई मेराडिस्चर्गी हू गया……यह बहुत अच्छाडिस्चर्गी हुआ हा. बाहर मों चिल्लारही थी बेटाजल्दी आ तेरीचाय ठंडी होरही हा… मी मानमे सोच रहाथा छाए क्यायहा तो दोलोग ठंडी होगयी. मेने जल्दीसे उसकू बाइबोला और टाय्लेटकी बाहर कपड़ेपहन कर निकलआया. मों नेजब मुझी छाएपीनी मी कोएदिलचस्पी ना देखतीहुए पूछा बेटाआज फीर सौम्यासे झड़कर आयाहा क्या बड़ागुमसूँ बैठा हा. मेने ना नुकेडकर की मासी क़िस्सीई तरहजान चुदाई.
अबमे उसस्से मानही मान प्यारकरने लग गयाथा. मे उससेपाना चटा था. मैं उसके लिएबेताब हो गयाथा. मेरा 10 इंचका लॅंड उसकोनांदिमाग़ मे लातीही ही कड़कहो गया. उसकेबूब्स क्या गजबके थी येतो मुझी आजही अहसास हुआ. इससे पहली मीउसको एक मस्सोंबची की निगाहसे देखता थापर अब मेरीऔर उसकी नज़रीएक दूसरी कीजवानी को पालेनी की लिईबेताब थी.. उसकीफ़िग्रे थी 40-36-42. उस कीबूब्स बहुत रसवलेऔर नुकीले थी. उस की गंदड़भी बहुत मस्तथी. पर मेराइंटेरेस्ट उसकी मॉटमुम्मू और गरमछूट मी था. वो पहले भीकभी इशरी करतीथी पर माडरता था. परआज की घटनामेरे दिमाग़ परअपना रंग जमाचुकी थी.
अगलीदिन सौम्या निशितसमय पर मेरेसे मिलनी आए..आती हीमुझ से ज़ोरसे छिपात गयीऔर खुशी कीमारे ज़ोर ज़ोरसे रॉनी लगी.. बोले दीपक तोइतना बुधुऊ हाकी मेरे इशरीजो मी तुझी2-3 महीनू से देरही हू तोउंकू नशी समझा. मी बोला सौम्यामी डरता था…. सौम्या बोली कीमी तेरे कूखुलकर बोल नहींसकती थी मीलड़की हो तूतो लड़का हामेरी इशरी समझनीमी बहुत देरकर डी. हाकल मौका देखतीहुए पहल मेनीही की हा.
औरएक दिन मेरीकिस्मत खुल गयीमैं कलाज सेघर आया तोसोमया मेरे घरपर मुझसे मिलनेआई उस नेबताया की मेरीमम्मी बाहर गईहै मे आजतुम्हारे पास हेरहूंगी मैने कहाओक कोई दिक्कतनही है सोमयाने बताया कीउसकी मुम्मी कोएक ज़रूरी कामसे मुंबई केलिए जाना पड़ाओर वो कलआयंगे मेरे तोहोश ही उड़गये ये बातसुनकर.
मुझेसौम्या का ख़यालआने लगा. रातठीक 8 बजे हमदोनो ने खानाखा लिया करीब10 बजे सौम्या अपने कमरेमे सोने केलिए चली गयीमैं यहा बीचानहोने लगा औररात को 11 बजेमई सौम्या केकमरे मे चलागया अफ हूसोते समय बहुतही खूबसूरत लगरही थी, मैंउसके पैरो केपास बैठ गयामैने अपनी पंतउतार डाली औरएक हाथ धीरेसे सौम्या कीत शर्ट मेडाल दिया औरएक हाथ सेसौम्या का तशर्ट के बोट्तोंखोलने लगा मैनेमैने दूसरे हात्सेसौम्या की पेंटउतार दी ओरअपनी एक उंगलीसौम्या की पनटीके किनारे सेउंड़र डाल करसौम्या की छूटमई घुसा दीऔर मई उसघूमने लगा मुझेपनटी की वजहसे अड़चन होनेलगी मैने दूसरेहाथ से उसकेब्रा खोल देदिए और पागलहोके मैं सौम्याके बूब्स देखनेलगा लेकिन मैनेपहले दोनो हाथोसेसौम्या की पनटीनीचे निकाल दीऔर फिर जबसौम्या की छूटके दर्शन हुएतो मैं पागलकी तरह देखनेलगा की इतनीगोरी गोरी छूटबिल्कुल नंगी मेरेसामने मुझे लगाजैसे मैं कोईसपना ही देखरहा हू.फिरमैने एक हात्सेसौम्या की छूटको पकड़ा औरसौम्या के दोनोपैरो मे अपनासिर डॉल करमैने अपनी जिबउसकी छूट मेडाल दी औरएक हात्से उसकेबूब्स सहलाने लगामुझे छूट कोचाटने मे बहुतमज़ा आने लगामेरा लॅंड मेरीउंदरपांत से बाहरआ गया मैनेबूब्स को छोड़कर एक हाथसे लॅंड कोरगड़ने लगा औरतभी सौम्या काएक हाथ नेमेरे बाल पकड़लिए और एकहाथ से मेरासर नीचे दबानेलगी तभी मुझेअहसास हुआ कीसौम्या की छूटसे कुछ चिपचिपासा निकला थामुझे हू बहुतही अक्चा लगामैं और ज़ोरज़ोर से चाटनेलगा जैसे मुझेनशा सा होगया हो. तभीसौम्या ने अपनीपकड़ ढीली करदी फिर मैंसौम्या के उपरचढ़ गया औरउनकी चुचिया चूसनेलगा सौम्या मस्तीमैं आ गयीथी मेरा लंदभाबीकी छूट सेटकरा रहा थातभी सौम्या नेमेरे होटॉको चूसनाचालू किया, थोड़ीदेर बाद सौम्याने कहा चलोअब छोड़ो तोमैने अपनी उंदरपांतउतार दी तभीसौम्या को पूरानंगा देख मैंउसकी तरफ देखतेही रह गयातभी सौम्या बोलीक्या देख रहेहो कभी किसीओआर्ट को ननगानही देखा. मैनेकहा सौम्या सिर्फ़फिल्म ने देखातह आज पहलीबार देख रहाहू, और सौम्यापीठ के बाललेट गयी औरएक तकिया लेकरअपनी कमर केनीचे डाल दियामैने कहा येकिसलिए सौम्या ने कहाइससे और मज़ाआएगा तू आअब रहा नहीजाता मेरी छूटमे गुदगुदी होरही है चलआ मैं तोतय्या र हीहू मैने कहाऔर मैं सौम्याके पैरो मेबैठ गया सौम्याने अपने हाथोसे छूट कामूह पकड़ लियाऔर कहा अबडाल दे मैनेअपना लॅंड सौम्याकी छूट परसेट किया औरएक धक्का मारातो मेरे लॅंडतोड़ा उंड़र घुसगया सौम्या नेकराहते हुए कहायह तो बहुतही मोटा हैमेरी छूट कीआज खैर नहीतभी मैने दूसराधक्का लगा दियाऔर सौम्या नेअपने नाख़ून मेरेपीठ मे गाड़दिए मैने औरएक धक्का लगादिया और मेरापूरा लॅंड सौम्याकी छूट मैंसमा गया औरमुझे बहुत मज़ाआने लगा मैंज़ोर ज़ोर सेधकके मरने लगासौम्या मस्त होकरमुझे बुरी तरहसे चाट रहीथी काट रहीथी मैं भीसौम्या की बूब्सको काट रहाथा सौम्या आहहउउउन्न्ह आअहह ऊऊओहउईईई कर रहीथी करीब 20 मिनूटबाद सौम्या नेमूज़े ज़ोर सेकाटा और अपनेउपर इतनी ज़ोरसे खिछा जैसेके मैं कहीभाग जा रहाहू और मेरेलॅंड को गीलाहोने का आहस्सासहुआ और मुझेलगा की मैंभी झराने वालाहू तो मैनेबहुत ही ज़ोरज़ोर से धक्केलगाना श्रु कियाऔर थोड़ी हीदेर मैं मैंभी ज़हर गयाऔर सौम्या नेफिर ंौुझे ज़ोरसे खिच लियामुझे उस वक्तकैसा लगा कीक्या बतौ, करीब10 मिनूट मैं सौम्याके उपर पड़ारहा था बाड़मेमैने अपना लॅंडछूट से बारनिकाला तो वोदोनो के वीर्या(कम) सेटार्ररर हो गयाथा सौम्या उठीऔर उन्होने मारालॅंड अपने मुहनमे ले लियाऔर उसे चूसनेलगी मैं मस्तीमैं आने लगासौम्या लॅंड कोचूस कर सॉफकर दिया तभीमेरी नज़र सौम्याकी छूट परगयी तो छूटसे वही तरलऔर चिपचिपा साविरे बेड परतपाक रहा थामैने सोमया सेकहा चलो अबमैं आपकी छूटसॉफ कर देताहू और मैंपीठ के बालसौम्या की छूटके नीचे घुसगया और सौम्याने अपनी छूटमेरे मुहन पररख दी औरमैं उसे चाटनेलगा सौम्या फिरसे मस्त होनेलगी तभी मैंउठ गया औरसौम्या को कहामैं बातरूम सेहोके आया. बातरूमसे आने केबाद मेरा लॅंडफिरसे लड़ने केलिए टंकार तय्यारहो गया. सौम्याने कहा अबतुम नीचे सोजाओ मैने कहाचलेगा फिर सौम्यामेरे लॅंड क्रउपर बैठ गयीऔर छोड़ने लगीउस रात मैनेसौम्या को सोनेनही दिया औरसौम्या ने मुझेसोने नही दियापूरी रात हमचुदाई करते रहेजैसे की बरसोसे प्यासे हो.
सुबहजब हम साथमे नहा धोकरतय्यार होने लगेतब देखा केकिसने किसको कितनाकटा है. नाश्ताकरने के बाद8-30 बजे सौम्या की मम्मीका फ़ोन आयाकी हू औरदो दिन नहीआयंगे तब मैंकलाज को दोदिन के लिएभूल गया औरसौम्या के साथही चुदाई करतारहा तीसरे दिनमेरे लॅंड कीबुरी हालत थीसौम्या ने कहामज़ा आया, मैनेकहा भूत मज़ाआया. और फिरजब भी मुआकामिला हमारी चुदाईचालू हो जाती.
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