कहानी कू सुरुवतकज़िन ब्रदर कीबीबी (मेरी बाबी) आयार बाबी कीछोटी बहन कोछोड़ा. जैसे कीआप सब जानतेहैं की मैंबॉमबे मैं रहताहूँ आयार एकप्राइवेट कंपनी मी सर्विसकरता हूँ. एकबार मूज़े ऑफीसके कम केसिलसिले मैं एकमहीने के लिएहेड ऑफीस बॉमबेजाना पड़ा. वहाँमेरी कोई पहचाननहीं थी इसलिएमैं उस सहरसे अंजान था. मेरा एक कज़िनब्रदर जो कीडोर के किसीरिस्ते मैं मेराभाई लगता था. तो मैने उनकाकॉंटॅक्ट नो लियाआयार बात कीतो मैने भाईको अपने बॉमबेका प्रोग्राम बतायाआयार अपनी परेसानीबताई की मैंबॉमबे मैं अंजानहूँ तो उसनेकहा “डरो मतभाई हम लोगजो यहाँ पररह रहे हैं, आयार कहा कीतुम 1 महीने तकहमारे यहाँ हीरुकना आयार वोबहुत खुस हुए. अपने प्रोग्राम केअनुसार मैं बॉमबेपहुँचा. ऑटो रिक्षवलेकर उनके घरपहुँचा. उनके घरमैं केवल 3 प्राणीथे. भाई, बाबीआयार बाबी कीछोटी बहन. उनकीशादी को करीब1 यियर्ज़ ही हुयाथा, सबसे पहलेमैं आप लोगोतो उनका परिचयकरता हूँ.
भाई: उमर 32 के करीबनेवी मैं ऑफीसरहैं आयार अक्सरवो घर सेबाहर रहते हैं. हफ्ते 2 हफ्ते मैं 2 दिनके लिए घरआते हैं फिरअपनी ड्यूटी परचले जाते हैं.
बाबी: उमर करीब27-28 की हैं. सरीरसे सुंदर आयारना ज़्यादा मोटीआयार ना हीजेयादा पतली हैं(मीडियम हेल्त). उनका सरीरठीक तक हैंआयार एक हाउसवाइफ हैं.
बाबी की बहन: नाम संगीता हैं. उमर करीब 20+ कीहैं. आयार आवरेजफिगर की बाबीसे बी सुंदरलड़की है. उसकीअभी तक सदीनहीं हुई थीआयार बॉमबे घमनेके लिए आईहुई थी.
मैं सनिवार को उनकेघर पहुचा, उसवक़्त भाई घरआए हुए थे. उन्होने मेरा अच्छीतरह से स्वागतकिया. आयार कुच्छही घंटो मैंहम आपस मैंकाफ़ी घूल मीलगये थे. मैंसंकोच के मारेउनलोगो से कमबातें करता थालेकिन भाई मुज़सेकाफ़ी हँसी मज़ाककरते थे. शामको भाई नेबाबी से कहाहम बाजार होकरहटे हैं तुमखाना मत बनाना, होटेल से मँगवालेना क्योंकि हमारेछोटे भाई कीखातिरदारी तो करनीपड़ेगी आयार वैसेभी मैं15-20 दीनोके लिए सोमवारकी फ्लाइट सेराजस्थान जाना हैं. बाबी ने कहाठीक है आपलोग 8 बजे आजाना तब तकहोटेल से खानाभी आ जाएगा. भाई आयार मैंमार्केट घाम करकरीब 8 बजे घरपहुँचे. घर आकरकपड़े चेंज करकेहम लोग हॉलमैं आगाय. हॉलमैं भाई आयारबाबी सोफे परबैठी थी. उनकेमकान मैं 2 बेडरूम, 1 हॉल आयार1 किचन था. 2 बेड रूमके बिच एककामन टाय्लेट था. भाई शॉर्ट आयारत.शर्ट पहनेथे आयार बाबीनिघट्य मैं थी. थोड़ी देर बादभाई ने बाबीसे कहा “यारकुछ पपद वागरहतो लाडो एकआड़ पेग पीलेते हैं. बाबीउठकर पपद आयार3 ग्लास ले आई. 3 ग्लास देखते ही मैंचौका लेकिन कुच्छनहीं कहा. अचानकभाई ने मुज़सेकहा “राजेश केयातुम लायटे हो?
मैं: तोड़ा संकोच करतेहुए कहा, हनकभी कभी मैंले लेता हूँ
भाई: कितनी लेते हो(यह सुनते हीबाबी हंस पड़ी)
मैं: अगर दूसरेदिन च्छुटी होतो 3-4 पेग लेलेटाहूँ.
भाई: फिर तोठीक हैं कलरविवार हैं आयारतुमाहरी च्छुटी भी है. खूब जमे कारंग जब टीनयार मिल बैठेंगेसंग. ये कहकर भाई ने2 ग्लास मैं लार्जपेग आयार 1 ग्लासमैं स्माल पेगबना दिए. स्मालपेग बाबी कोदिया. हम तीनोधीरे धीरे पेगपीने लगे. भाईबिच बिच मैंहमे कई किसेआयार जोक सुनारहे थे. करीब9 बजे जब बाबीकी बहन संगीताआई हमने अपनापीने का सिलसिलाबंद कर खानाखाया आयार करीब10:30 बजे मेरा बिस्तरहॉल मैं लगाकर बाबी अपनेकमरे मैं सोनेचली गयी आयारउनकी बहन दूसरेकमरे मैं सोनेचली गयी. विस्कीका नशा आयारसफ़र की थकानके कारण मूज़ेजल्दी ही नींदआ गयी. करीब12:30 बजे मेरी नींदखुली क्योंकि मूज़ेपीसाब लगी थी. मैं जब टाय्लेटजाने के लिएबाबी के कमरेके पास सेगुजर रहा था. मूज़े उनके कमरेसे चूड़ियों कीखनक सुनाई डी. मैं जब पेसाबकरके वापस आयातो उत्सुकतावास उनकेकमरे के दरवाजेके एक होलसे अंदर देखा. वा केया नज़ाराथा.
बाबी बिल्कुल नंगी थी, आयार भाई उन्हेछोड़ रहे थे. बाबी धीमी आवाज़मैं कह रहीथी. ऊओह आयारज़ोर से छोड़ोमेरे राजा. मैंबहुत गरम होगयी हूँ. कसकस कर अपनालंड मेरी छूटमैं छोड़ो. लेकिन4-5 धक्को के बादभाई झार गयेआयार बाबी केबगल मैं सोगये. बाबी बोलीमॅदर छोड़, मेरीछूट को प्यासीरख कर खुदनीडल पद गयाआयार बड़े मर्दबनते हों. चूतियासला ठंडे लंडकी औलाद, लगताहैं हमएसा कीतरह मूज़े अपनीउंगली से हीछूट की प्यासभुजानी पड़ेगी . फिर बाबीअपनी छूट मैंअपनी ही उंगलीसे चुदाई करकेसो गयी. मूज़ेउनके हालत परतरस आयार दयाआई आयार मैंभी बिस्तर परआकर सो गया. सुबहा करीब 7 बजेमैं उठा आयारनहा दो करफ्रेश होकर नास्टाकिया. दिन भरमेरे पास कोईकम नहीं थाइसलिए मैं बोरहो रहा था. अचानक भाई काफोन आया भाईफोन पर बातेंकरने के बादउदास होगआय. आयारबाबी से बोलेमूज़े आज हीतोपहर की फ्लाइटसे राजस्थान जानाहोगा क्योंकि इम्मेर्गेंसीहैं. आयार वेउठकर जाने कीटायारी करने लगे. उनकी फ्लाइट 1:20 कीथी इसलिए मैंआयार बाबी उनेह12:00 बजे एरपोर्ट छ्चोड़ने गये. जब वापस घरलोटे तो दोपहरके 2 बाज रहेथे. बाबी नेकहा राजेश चलोखाना खा लेतेहैं. घर मैंअब केवल हमटीन जाने हीथे. बाबी, संगीता(बाबी की बहन) आयार मैं. खानाखाने के बादहम लोग सीडीपर पिक्चर देखनेलगे.
जब शाम हुईतो मैने कहाबाबी मैं बेज़ारहोके आता हूँ. कुछ लाना होतो नहीं हैं. ? बाबी बोली राजेशआते समय मेरेलिए विस्की आयारकबाब ले आना. मैं करीब 7 बजेमार्केट से विस्कीआयार कबाब लेआया. जब घरआया तो बाबीकी एक सहेलीभी आई थीउसने बाबी सेकहा बाबी संगीताको लेकर मैंहमारे एक को-टीचर कीआज माँगनी हैतो केया मैंसंगीता को लेजा सकती हूँ? बाबी ने कहाठीक हैं, लेकिनकब तक वापसलोटो गी आपलोग. संगीता नेकहा बाबी हमलोग सुबह हीवापस लोटेंगी क्योंकिरात भर गानेवगेरह होंगे. बाबीपहले तो मानाकरती रही कीतुमहरे जीजा जीघर पर नहींहैं इसलिए रातभर वहाँ रहनाउचित नहीं होगालेकिन संगीता आयारबाबी की सहेलीके जिध केआयेज बाबी कीनहीं चली आयारआख़िर वो बोली“अच्छा बाबा लेकिनसुबह जल्दी आजाना” इतना सुनतेही संगीता आयारबाबी की सहेलीचली गयी. अबघर मैं हमदो लोग थेबाबी आयार मैं. उनके जाते हीबाबी बोली एककम करते हैं. हम सिर्फ़ दोही लोग हैतो होटेल सेखाना माँगा लेतेहै. जब तकखाना आता हैतब तक हमथोड़ी विस्की पीलायटे हैं. फिरउन्होने पुचछा केया तुमबी बाबी कासाथ दोगे विस्कीपीने मैं ? मैनेकहा नहीं कलमूज़े कम परऑडिट के लिएजाना हैं. बाबीबोली. ये तोलॅडीस ड्रिंक हैंअगर तुम तोड़ापी लोगे तोकुच्छ नहीं होगाआयार मेरा साथभी देते रहोगे. मैने कहा ठीकहैं. लेकिन पहलेमैं अपने कंपनीके ब्रांच मॅनेजरको फोन करकेकल का आपपॉइंटमैंटले लेता हूँ. फिर मैं अपनेबॉमबे ब्रांच मॅनेजरको फोन लगाया. उन्होने कहा कीआप मंगलवार सेआकर ऑडिट करसकतेहैं क्यों कीमंडे तक उनकीएंट्री पूरी होज़ायगीइसलिए मंगलवार कोसुबह 10 बजे आकरऑडिट कर सकतेहैं आयार एकदिन आयार सफ़रकी थकान मिटासकते हैं. येसुनकर मैं तोड़ानर्वस हो गयाक्योंकि एक दिनघर रहकर आयारबोर हो जौंगा.
बाबी किचन से2 ग्लास आयार तोड़ानमकीन लेकर आई. फिर लार्ज पगबनाने लगी. जबवो पेग बनारही थी उसकापालू नीचे गिरगया जिस सेउसके उभरे हुईबूब्स बॉल्स सेदिखाई देने लगे. पेग बनाकर उसनेअपना पालू ठीककिया. हम पेगपीने लगे आयारबॉमबे के विसेमैं बातें करनेलगे. हम लोगोने करीब 4-4 पेगपिए. बाबी कोनशा होने लगाफिर भी उसनेस्माल पेग आयारपिया. स्माल पेगपीते ही उसकेकदम लड़खड़ाने लगे. मैने कहा बाबीअब बॅस करोखाना खाते हैं. बाबी बोली राजेशतुम खुद हेखाना लगा लो. मैने उनेहे किसीतरह खाना खिलायाआयार खुद भीखा लिया. खानाखाने के बादबाबी बोली राजेशपहले मूज़े टाय्लेटतक ले चलोफिर मूज़े बेडरूम मैं छोड़देना. मैने बाबीकी कमर पाकरकर उनके हाथोंको मेरे खांडेपर रख करटाय्लेट ले गया. टाय्लेट मैं जानेके बाद बाबीने टाय्लेट कादरवाजा बंद कियालेकिन अंदर कुण्डीनहीं लगाई. जिससे दरवाजा तोड़ाखुला रहा गया. मूज़े दरवाजे सेसॉफ दिखाई देरहा था बाबीने पहले अपनीसारी उपर कीफिर उन्होने चड्डीउतेरी आयार पैसबकरने लगी. उनकीबरी बरी चूटरसाफ दीखाई देरही थी. येसब देख करमेरा लंड खड़ाहोगआया (मेरे लॅंडकी लेंग्थ 10.5 इंचआयार मोटाई 3.5 इंचहै). पैसब करकेबाबी बाहर आईमैं उनको उनकेबेडरूम मैं लेगया. बिस्तर परलाते ते हीबाबी नीडल पदगयी. आयार नशेमैं बोली. राजेशतुम भी इशीकमरे मैं सोजाना मेरे पासआयार लाइट ऑफकर देना दिमीलाइट जला देना.
मैं हॉल मैंवापस आकर अपनाअंडरवेर निकाला आयार केवलपाजामा आयार बनियानमैं बाबी केपास आकर सोगया. बाबी कापालू आयार सदीअस्त वयस्ट थी. बिस्तर पर दीवारकी तरफ ज़्यादाजगह थी शायदमेरे सोने केलिए बाबी नेदीवार की आयारकी जगह छोड़ीथी. मैं दीवारकी तरफ आकरसो गया. अबतकमैं भाई कीबीबी को अपनीही सग़ी बाबीकी तरह हेदेख रहा था. मेरे मान मैंकोई ग़लत भावनानहीं थी. परबिस्तर पर बाबीका पालू आयारसदी अस्त वयस्टदेख कर मेरेमान मैं हलचलमच गयी थी. मेरा लंड पाजामेके अंदर एकदमखड़ा था आयारदिमाग़ मैं बाबीका सेक्स जिस्मघाम रहा था. कल रात वालीघटना (बाबी अपनेछूट की प्यासअपनी उंगली सेभुजने वाली) मेरेदिमाग़ मैं रहारहा कर घामरही थी. किसीतरह यह सबगंदी बातें दिमाग़से हटा करसो गया. कब्रिबरात 1:30 बजे मेरीनींद खुली आयारमूज़े ज़ोर सेपेसाब लगी. मैंदीवार की तरफथा आयार उतारने की लिएबाबी के उपरसे लाघना पड़ताथा. मैं उठाआयार बाबी कोलाँघने के लिएउनके पैरो परहाथ रखा. हाथरखते ही मेरेसारे बदन मैंकरंट सा लगगया. बाबी कीसारी घुटनो केउप्पर थी आयारमेरा हाथ उनकीनंगी जाँघो परपड़ा था लेकिनबाबी की तरफसे कोई आहतनहीं हुई. मैंजल्दी से उठकर पेसाब करनेचला गया.
पेसाब करने केबाद मेरा मानफिर बाबी कीतरफ गया आयारलंड फूलकर फिरखड़ा हो गया. मैने सोचा बाबीतो सो रहीहै अगर मैंभी तोड़ा हाथफेर लूँ तोउनको मालूम नहींपड़ेगा. आयार अगरवो जाग गयीतो सोचेगी मैंनींद मैं हूँआयार कुच्छ नहींकहेगी. दोबारा पलंग परआने के पहलेमैने नाइट लॅंपऑफ करदी जिससे कमरे मैंबिल्कुल अंधेरा हो गयाआयार आकर बाबीकी बगल मैंलेट गया. लेटनेके बाद बाबीके पास सरककर अपना हाथउनके पेट पररख दिया आयारतोड़ा इंतजार केबाद जब देखाबाबी अब भीसो रहै थी. मैने अपना हाथतोड़ा उपर सरकाकर ब्लाउस केउपर तक लेगया. उनकी एक चुचिकी आधी गोलाईमेरे उंगलिओं केनीचे आ गयी. अब धीरे धीरेमैने उनकी चुचिदबाना सुरू किया. कुच्छ ही देरमैं उनकी वोपूरी चुचि मेरेहाथों मैं थी. ब्रा के उपरसे उनकी ब्रामहसूस हो रहीथी पर निपलकुछ मालूम नहींपद रहा था. बाबी अब भीबेख़ाबर सो रहीथी आयार मेरालंड एकदम फाड़फादा रहा था. सिर्फ़ ब्लाउस के उपरसे उनकी चुचिदबा कर मज़ानहीं आरहा था. देल्ही के बसआयार लोकल ट्रेनमैं ना जानेकितनी लड़कियों कीचुचि दबाई थीमैने.
मैने सोचा अबअसली माल कोटटोला जाए आयारअपना हाथ उठाकर बाबी कीजाँघो पर रखदिया. मेरा हाथउनकी सारी परपड़ा पर मूज़ेमालूम था अगरमैं अपना हाथतोड़ा नीचे सरकालू तो मूज़ेउनकी जंघे खुलीमिलेगी. मैने अपनाहाथ नीचे सरकयातो मूज़े उनकीनर्म नरम जाँघोका स्पर्श हुवा. तभी मेरा स्पर्शपाकर बाबी नेथोड़ी हलचल कीफिर संत होगयी. मैं वहींथोड़ी देर रुकरअपना हाथ उपरसरकने लगा जिससे उनकी सारीभी उपर सरकरही थी. बाबीफिर से कुछहिली पर संतहो गयी. अबमेरा मान मेरेबस मैं नहींथा मैने अपनाहाथ बाबी केजाँघो के बीचलेने की सोचीपर मैने पायाकी बाबी कीजंघे आपस मैंसती हुई थीआयार मेरी उंगलियाँउनकी छूट तकनहीं पहुँच सकतीथी. फिर भीमैने अपना हाथउपर सरकया आयारसाथ मैं मेरीउंगलियाँ दोनो जाँघोके बिच घुसनेकी कोसिस की. बाबी फिर सेहिली आयार नींदमैं ही अपनाएक पैर घुटनोसे मोड़ लियाजिस से उनकीजंघे फैल गयी. मैने भी इससिचुयेशन का फ़ायदाउठाया आयार अपनाहाथ उनकी जाँघोके बीत लेगया. अब मेरा अंगूठाबाबी के बरके उपरी उभरपर था आयारमेरी पहली उंगली, बाबी की जाँघोके बीच उनकीपेंटती के उपरसे असली हिस्सेपर थी. बाबीकी बर कीगर्माहट मेरी उंगलीपर महसूस होरही थी. आयारकुच्छ कुच्छ गीलापनमहसूस हो रहाथा.
कमरे मैं बिल्कुलअंधेरा था मेरादिल ज़ोर ज़ोरसे धड़क रहाथा मैने सोचाअब क्या करूँ? उनकी बर कोपनटी ने अपनेअंदर च्छूपा रखाथा. मैं अगरपनटी के अंदरहाथ डालूं तोबाबी ज़रूर जागजाएगी. फिर भीअभी तक बाबीकी आयार सेकोई हलचल नादेख कर मेरीहिम्मत बड़ी. आयार सोचाअगर उनकी चड्डीके साइड सेउंगली डालूं तोसयद कामयाब होजौंगा. मैने धीरेसे एक उंगलीमोदी आयार उनकीचड्डी के साइडसे खींच करअपनी उंगली अंदरदल डी. मेरीउंगली उनकी छूटके किनारे परपहुँच गयी. मैनेपाया उनकी छूटएकदम गीली होचुकी थी जिससे मेरी उंगलीका अगला हिस्साउनकी बर केमुहाने से आसानीसे घुस गया. अब मैं धीरेधीरे बाबी कीछूट मैं उंगलीको अंदर बाहरकरने लगा. 3-4 बारउंड़र बाहर करनेसे बाबी अचानकजाग गयी, मैंतो घबरा गयाआयार सोचा अबतो मैं गयाकम से. लेकिनबाबी ने अपनेहाथ से अपनीछूट को तटोआलाआयार उनकी छूटपर मेरा हाथपाकर थोड़ी देरउनका हाथ वहींरुक गया. सयदबाबी भी घबरागयी थी. मैनेअपना हाथ उसीअवता मे रखकर सोने कानाटक कर रहाथा आयार सोचाअब बाबी मेराहाथ अपने छूटसे निकल करमूज़े परे डकेलदेगी. लेकिन बाबीने वो कियाजो मैं सोचभी नहीं सकताथा. उन्होने मेराहाथ ना हटतेहुई अपनी छूटकी झांतो कोखुजलाने लगी आयारखुजाते खुजाते उन्होने अपनीचड्डी (पनटी) नीचे सर्कदीजिस से उनकीछूट आधी नंगीहोगआई आयार वोनींद मैं खरतेभर ने लगी.
मेरी उंगली अब भीउनकी छूट केअंदर थी आयारजब बाबी नेअपनी चड्डी तोड़ानीचे सरककर खरतेभरने लगी तोमैं समाज गयाकी सयद बाबीभी चुपचाप लेतीलेती मज़ा लेनाचाहती होगी. मैंहिम्मत करके अपनीउंगली निकल करअपना हाथ उनकीचड्डी के अंदरदल कर सीधेअपनी बीच कीउंगली उनकी छूटमे दल दी, छूट गीली होनेसे आधी सेज़यादा बीच कीउंगली उनकी छूटमे घुस गयीजिस कारण बाबीने अपने पैरआयार फैला दियाआयार अपना एकहाथ मेरे हाथपर रख करखरते भर रहीथी (सयद सोनेका नाटक कररही होगी). मैनेभी अपनी दूसरीउंगली उनकी छूटमैं दल दीआयार 2 उंगलियाँ उनकी छूटमैं दल करधीरे धीरे अंदरबाहर कर रहाथा. मैने पायाकी अब बाबीकी साँसे ज़ोरज़ोर से चलरही थी. अबतक तो मेराहाथ उनकी गरमछूट तो टटोलरहा था परअब मैं बिल्कुलबाबी के करीबउनसे सात गयाआयार मेरा मुखउनके मुख केकरीब ले आयाआयार अपने आपको इस तराहासे अड्जस्ट कियाकी मेरे होतबिल्कुल उनके होतसे सात गया. उदार मेरी दोनोउंगलिया बाबी केछूट मैं अपनाखुल्लम खुल्ला अंदर बाहरअंदर बाहर काकमाल दिखा रहीथी. इधर अबभी बाबी सोनेका नाटक कररही थी. मैनेसोचा अब बहुतनाटक हो गयाअब असली जवानीका खेल खेलनाचाहिए. मैने अपनीतीसरी उंगली भीबाबी के छूटमैं दल दी. जैसे ही मेरीतीसरी उंगली उंड़रघुसी बाबी केमूह से आआआ हहा आकी आवाज़ निकलगयी.
आहा निकलते ही बाबीका मूह तोड़ाखुल गया, मैनेतुरंत ही अपनीजीफ उनके मूहमे दल करबाबी को चमनेलगा आयार बाबीकी छूट सेअपना हाथ हटाकर कस करउन्हे अपनी बाहोंमैं लिपट लिया. बाबी बोली उम्म्मराजेश ये केयाकर रहे हो? हट जयो मेरेउपर से कहकर बाबी मूज़ेपरे डकेलना चाहापर मैने फाइबाबी तो कसकर पकड़ा हुवाथा आयार बोलामूज़े मालूम हैंबाबी आप पिच्छालेआधे घंटे सेसोने का नाटककर रही होआयार मेरे द्वाराउंगली छूट मैंअंदर बाहर करनेका मज़ा लेरही हो. तबबाबी ने मचलना बंद कियाआयार कहा सैइटनकहीं का, तुज़ेदर नहीं लगामेरे साथ यहसब करते हुई? मैने कहा दरतो बहुत लगापर अब दरकिस बात का? यह कहते हुईमैने लाइट लॅंपओं किया आयारफिर बाबी केपास आकर अपनाहाथ बाबी कीपीठ से सरकाकर उनकी गंदके नीचे सरकालिया आयार पिच्चेसे उनकी चड्डीकी एलास्टिक कोपकड़ कर नीचेसरकानी सुरू करदीतभी बाबी बोलीराजेश तू केयामेरे साथ करेगाअब मैं हेतेरे साथ करूँगीक्यों की तूनेमूज़े काफ़ी गरमकर दियाया है. ये कहते हुएबाबी ने अपनेपैरों से अपनीचड्डी निकल फेंकीआयार इधर मैनेभी अपना पायजामानिकल दिया फिरबाबी तो पीठके बाल लिटाकरउनका ब्लाउस ब्राआयार सारी निकलदी. हम दोनोबिल्कुल नंगे थे. मैं बाबी केउपर लेट करबड़े आराम सेचुचि दबाते डाबतेथोड़ी देर बादचुचि को चूसनेलगा आयार वोमेरा सर अपनेहाथो से सहलारही थी. कुछदेर बाद बाबीने अपना हाथमेरे लंड परलेजा कर बोलीराजेश टुमारा एट्नालंबा आयार मोटालॅंड मेरी तोछूट फॅट हीजाएगी, मैं नहीदूँगी तुझे अपनीछूट आयार फिरमैने कहा अबबहुत हो गयाचलो असली खेलखेला जाए. येकहते हुए बाबीने डरते –2 मेरालंड पकड़ करअपनी छूट केमूह पर रखा.
छूट गीली होनेसे मेरा लंडका सूपड़ा अंदरचला गया आयारमैं उन्हे धीरेधीरे छोड़ने लगा. जैसे ही मेरेलॅंड का सूपड़ाअंदर गेया वोचिल्लाई हुईईईई माआ मारगाइिईईईईईईईईईईई छोड़ो दो राजेशमुझे नही चुड़वणीअपनी छूट तुझसे आाआईयईईईईईईईईईईईई आयारउनकी छूट मेरेलंड को कसीकसी लग रहीथी. लंड अंदरघुसने मैं मूज़ेथोड़ी मेहनत करनीपद रही थी. जब मैं एकजोरदार डक्का मारकर लंडआधे से ज़्यादाउनकी छूट मैंडाला बाबी उउउफफफफ्फ़मार गाइिईईईईईई आाऐययईईईईईईईकहती हुई अपनेदोनो हाथ मेरीपीठ के उपरले गयी आयारदोनो हंतो सेमेरी पीठ पकड़के मुझ सेलिपट गयी, जिसकारण मेरा लंडउनकी छूट मैंतोड़ा आयार घुसगया, आयार मैनेबी अपने दोनोहाथ बाबी कीपीठ के उपरले गेया आयारदोनो हंतो सेबाबी की पीठपकड़ के बाबीसे लिपट गेया, जिस कारण मेरापूरा लंड बाबीकी छूट केअंदर घुस गयाअब मैं उछाल– 2 कर आयार कसकस के बाबीको छोड़ रहाथा. पूरे कमरेमैं हमारी चुदाईकी आवाज़ गूँजरही थी. करीब10-15 मिनिट्स बाद बाबीका बदन ऐतनेलगा आयार कसकर मूज़े अपनीबहाओं मे जाकड़लिया आयार कहनेलगी “आयार ज़ोरज़ोर से छोड़ोमूज़े, बड़ा मज़ाआ रहा हैं. जब भी तुमहरेभाई मूज़े छोड़तेहैं मूज़े बीचमज़दार मैं छोड़देते हैं, खुदअपनी प्यास भुजातेहैं मूज़े प्यासीरखते हैं हााईयईईईईईईआअज माआईयईईईन्न्न्न् बहुतसंत्ुस्थ हूँ ज़ोरज़ोर से छोड़ोमेरे राजा आआहहहाअऐसा कहते कहतेबाबी झाड़ गयीलेकिन मेरा लंडअभी भी खड़ाथा आयार उनकीछूट मैं जामजाम कर अंदरबाहर हो रहाथा. कुछ देरबाद बाबी फिरसे गरम होगयी मैं अभीभी उन्हे जामकर छोड़ रहाथा. बाबी नीचेसे अपना चुठारउठा उठा करकह रही थीहै आब्ब्ब्बब कक्ककयाआहुवाअ आरीईए भ्ाआअंदुवववीएउउउइईई ससाआल्लीएलीई कक्चछच्छूओद्दड़ नाअ जल्दीजल्दी मेरी छूटजल रही है, छोड़ मातेरचोड़ अपनेभाई की बीबीको छोड़ उसकीछूट की प्यासअपने लंड सेमिटा. उउईईईईईईईईई माआअमैं पाआगगाआल हूऊओजाोउनगिइइई आअरररीई हहाअररााममजाआदीए कहतेहुए फिर एकबार बाबी झारगयी. उसके आवाज़को सुन करमैं आयार भीअपने लॅंड कीस्पीड बढ़ा दियाथा आयार करीब10-12 डाक्को के बादमैं भी उसकीछूट मैं झारगया. मैं उसकेउपर करीब 10-15 मिनिट्सतक ऐसे हेपड़ा रहा हमदोनो पूरी तराहासे पसीने सेभीग गये थे. कुछ देर बादबाबी उठी आयारपेसाब करके आई.
वो बोली राजेशवाकई तुमहरा लंडजानदार आयार शानदारहैं. इस तरहसे मैने आजतक मैने अपनीछूट कभी नहींचुदाई, जी करताहैं रात भरमैं तुमहरा लंडअपनी छूट मैंले कर चुड्तीरहूं. मैने कहाबाबी मेरा भीमान अभी भरानहीं है अगरतुम कहो तोएक रौंद आयारहो जाए. यहसुनते ही वोहासणे लगी. आयारमेरा मुरझाए हुईलंड को हाथमैं लेकर लंडकी चाँदी कोउपर नीचे करनेलगी. जब वोलंड की चाँदीतो नीचे करतीमेरा लंड काघूँघट सरकार लंडके सूपदे कादर्शन करती. मेरेलंड के सूपदेका साइज़ आयारमोटा पं देखकर बहुत खुशहोती. ऐसा करतेकरते करते मेरालंड फुल करखड़ा आयार लंबाहो गया. अबउसने मेरे लंडकी चमड़ी कोनीचे किया आयारफुल्ले हुई मोटेसूपदे को देखकर वो तोड़ाझुकी आयार सूपदेको मूह मेलेकर धीरे धीरेचूसने लगी. इधरवो मेरे लंडको चूस रहीथी उधर मैंअपने हाथो सेउसकी छूट कीफांको (दोनो किनारों) को उपर सेनीचे रग़ाद रहाथा जिस कारणउसकी छूट फिरसे पनिया गयीथी. बीच बीचमे मैं उसकीछूट के दानोको अंघूते आयारउंगली से मसलदेता था तबउसके मूह सेआहह उूुउऊहह कीआवाज़ निकलती थी. तोड़ी देर बादअब हम दोनो69 पोज़िशन मैं होकरएक दूसरी कीछूट आयार लंडको चटाना आयारचूसना शुरू किया. बाबी की छूटमे अपनी जीफडालकर मैं छोड़रहा था उन्हेबड़ा मज़ा आरहा था. अबउस से रहानहीं गया आयारबोली राजेश अबजल्दी से मेरीछूट मे अपनालंड दल करछोड़ दो. मैनेकहा बाबी आपघोड़ी बन जयोमैं आप कोपीछे से छोड़नाचाहता हूँ. बाबीपलंग पर घोड़ीबन गयी मैंपीच्चे से उनकीछूट के अंदरअपना लंड डालनेलगा. छूट गीलीहोने के कारणउनकी मैं लंडआसानी से चलागया, अब बाबीकी चूतड़ पकड़कर मैं उसेपिच्चे से छोड़रहा था बाबीबोली आअहह राआजाछोड़ो मूज़े ज़ोरज़ोर से छोड़ोफार डालो मेरीछूट को.
अपने मोटे आयाररेस के लंबेदौड़ के लॉडसे मेरी छूटकी धज़ियाँ उड़ादो उूउउफफफफफफ्फ़ छोड़ोमेरी जान खूबछोड़ो, छोड़ छोड़के मेरी छूटको बोसाड़ा बनादे आ उफफफफफफफफफफफफ्फ़. मैं लगातार सूपरफास्ट ट्रेन कीतरह बाबी कोकस कस करधक्के लगा रहाथा इसी दरमियाँबाबी फिर 2 बारझारी लेकिन अभीतक मेरा लंडने पानी काफुवनरा नही फेकाथा अचानक मेरालंड उनकी छूटसे फिसल करबाहर निकल गयाइधर मेरा लंडबाहर निकाला उदारमूज़े बाबी कीगांद मरने काख़याल आया, मैनेअपने लंड आयारबाबी की गांदपेर ढेर साराथूक लगा करउनकी भूरी भूरीगंद के च्छेदपर अपना लंडलगा कर कसकर एक जोरदारधक्का मारा तोमेरा लंड कासूपड़ा उनकी गांदमे घुस गया. मेरा सूपड़ा जातेही बाबी दिरदसे बिलबिला पड़ीआयार कहा नहियीईईईईईईईईनिकाल लो मैंनही बर्दास्त करपाऊँगी हाय मैंमारी उउफ्फ निकालोराजेश लेकिन मैंरुका नहीं आयारफिर एक जोरदारडक्का लगाया तोमेरा पूरा लंडउनकी गांद मेघुस गया बाबीफिर से बिलबिलापड़ी आयार आँखोंमे आँसू आगायआयार रोते हुईबोली उूुुुुुुुुउउइ आआआआआआअहहऊऊहह मररर्र्र्र्ररर गैिईईईईईईईईईईईईईईईकी आवाज़ों सेरूम गूणगाने लगाइस बीच कईधक्के पेर धक्केकस कस केमारे आयार बाबीछिला रही थीनही नही अबनही अब सहननहीं होता हैकी आवाज़ों सेगूँज रहा थाउदार बाबी दर्दके मारे मारीजा रही थीइधर मैं अपनालंड तेज़ी सेअंदर बाहर कररहा था कुच्छदेर बाद सयदउनको कुछ दर्दकम हुवा आयारसिर्फ़ उूउउफफफ्फ़ आआहहाअ माज्जाअआरहा है कहरही थी.
करीब 10-15 धक्को के बादमेरा लंड उनकीगंद मे पानीका फुवनरा फेकदिया आयार जबलंड बाहर निकालातो उनकी घंडमेरे मलाई जैसेपानी से भारीथी. अब बाबीबोली राजेश अबबस करो चाहिएतो सुबह करलेना मैं तकगयी हूँ. आयारफिर हम दोनोएक दूसरे कीभाहों मे भहेंदल कर सोगये. सुबह जब7 बजे उठा तोबाबी सोई थीमेरी नज़र उनकीछूट आयार गांदपर पड़ी तोदेखा दोनो सूजकर फूली पड़ीथी. मैं एकबार फिर उनकीछूट को चटाआयार छोड़ा. अनबड़ा मज़ा आया. करीब 9 बजे हमदोनो नहा धोकरफ्रेश होगआय इतनेमे उनकी बहनघर आई आयारवो भी फ्रेशहोकर नास्टा करनेहमारे साथ बैठगयी. नास्टा करकेबाबी अपने कममे लग गयीआयार संगीता नेकहा दीदी मैंरात भर जागीहूँ तो मैंसोना चाहती हूँआयार वो अपनेकमरे मैं सोनेचली गयी आयारमैं बेज़ार मेघूमने चला गया. बाकी की कहानी“बाबी आयार उसकीबहन चुदाई-2” मेरीकहानी पढ़कर अगरकिसी चुतवाली केछूट मैं चुदाईका ख्याल आरहा हो तोमुझे राजेश_गिरल्डॉस्त@रेडिफ़्फ़्माल.कॉम पेएमाइल करे. अगरआप को कहानीके साथ पिक्चर(फोटो) भी देखनाहै तो मूज़ेमैल करे अगरकोई अपने आओरात& बहन को अपनेसामने चुड़वते हुएदेखना चाहता होतो इस केलिए भी स्वागतहै. किसी कोअगर यह सीक्रेटहमारे आयार तुमहरेबीच रहेगा.
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