Skip to main content

मेरी पहली चुदाई पड़ोस के जीजू के साथ....

ही मेरे नामसंजना है औरयह है मेरीफर्स्ट सेक्स एक्सपीरियेन्स वालीस्टोरी. मैं 18 साल कीहू और सेक्सकी बहोट शौकीनहू, बल्कि रोज़भी मिल जाएफिर भी थकतीनही हू. पतानही क्यू. कमिंगतो थे स्टोरी, यह स्टोरी 5 सालपहले की है. चाव्ल में एकदीदी (कंचन) कीशादी की वक़्तकी बात थी. हम सब लड़कियाएक साथ उनकेघर में रातको ठहर रहेथे उनका घरबहोट बड़ा थाऔर परिवार भी.

उपर से वोलोग उप केरहने वेल थेतो शादी भीबहोट ज़ोरो सेहोती थी. हमरात देर तकगप्पे मारते बैठेबाहर. दीदी कीबड़ी बेहन का3 साल का लड़कायश मेरे साथथा. वो मेरीही गोद मेंसो गया था. फिर अंदर जेयाकर देखा कीघर में जगहही नही थीसब लिए. अपने घर वापसनही जा सकतेथे बहोट देरहो गयी थी(2 बाज रहे थे)

तो हूमें जहा जहाजगह मिली हमसो गये, किसीको बिना जगाए. दीदी के घरमें थोड़ी भीजगह नही बचीथी. मैने सोचाजाने दो मैंयश को लेकरअपने घर चलीजाती हू. कहाउसे भीड़ मेंसुला डू. उपरसे वो सिर्फ़मेरी ही बातसुनता था. यशकी मम्मी नहीथी. वो 2 सालपहले गुज़र गयीथी. यश कोलेकर अपने घरजा ही रहीथी की किसीने मुझे बुलाया. देखा तो दीदीके पड़ोस वेलघर की बाल्कनीमें उपर से

यश के डॅडीविशाल मुझे बुलारहे थे. उन्होनेकहा उसे लेकरउपर जाओ. उनके बगल वेलघर में भीसारे मेहमान तहरेथे. वाहा नीचलीमंज़िल पर सबबुज़ुर्ग सोए हुएथे. मैं मालेपर गयी वाहाविशाल जीजू नेअपना बिस्तर ज़मीनपर लगा दियाथा. उन्होने पुचछाक्या हुआ? मैनेकहा,”जगह नहीथी कही परभी, तो उसेघर ले जारही थी.” वोबोले, “यही परसुला दो. औरतुम?

मैने कहा घरचली जाती हू. वो बोले, “मत, यही पर सोजाओ. क्यू खमखाअपने घर वालोकी नींद कोखराब कर रहीहो!” मैं मानगयी भले मुझेअजीब भी लगरहा था. एकशादीशुदा आदमी केसाथ अकेले सोना. विशाल जीजू कीउमर कोई 30 सालकी थी. पर्सनॅलिटीबहोट ही किल्लरथी और थेबहोट सेक्सी, कटीलाऔर भारी भककमवज़न, नशीली आँखोंके साथ.

उनसे हर कोईइज़्ज़त से बातकरता था. कोईभी फाल्तुगिरी नहीकरता उनसे. उनकीबीवी की डेतके बाद उन्होनेशादी नही कीथी. वो हरसाल च्छुतियो मेंअपने बच्चे कोलेकर आते थेगाओ से यशको अपने नाना-नानी सेमिलने. यश केनाना-नानी बीमाररहते थे उनसेउप की जर्नीट्रेन से नहीहोती ही तोविशाल जीजू हीयश के साथकुच्छ हफ़्तो केलिए जाते.

मेरी उनके बच्चेके साथ बहोटअच्छी जमती थीऔर उनसे भी. हाला की मैंउनसे तोड़ा डरतीथी. उनकी पर्सनॅलिटीथी ही ऐसी. ओंकारा के अजयदेवगन जैसी. बहोटही शांत किस्मके इंसान थे. इश्स बार जबवो आए थेमैने नोटीस कियाथा की विशालजीजू मुझे बहोटघूरते रहते थे. वो मुझसे बातेंभी थोड़ी अलगकरते, पहले जैसीबाकचो जैसी ट्रीटमेंटभी नही देते.

और बात करतेवक़्त बहोट टचकरते. लेकिन जबभी मुझसे बातकरते वो फ्लर्टकरते. मैने कभीइतना सीरियस्ली नहीलिया था, मुझेहर किसी सेअटेन्षन मिलता था. मैंकाफ़ी जल्दी खिलगयी थी. डॅन्सरहोने की वजहसे शेप मेंभी थी. अभीमेरा फिगर 34-28-36 है. तभी का यादनही लेकिन हरकोई मुझ परचान्स मारता थाऔर मुझे उसमेकुच्छ ग़लत नहीलगता था, ज़्यादाजानती नही थीना मैं.

हर कोई अटेन्षनबरसाता था, मेरेचचेरे भाई भीऔर एक थाजब कोई ऐसाकरता था तबमैं गीली होतीथी और उच्चअलग सी हीफीलिंग आती थीबदन में. कमिंगतो थे स्टोरी, यूयेसेस दिन केएक दिन पहलेविशाल जीजू नेशाम को मुझेगॅलरी में चुपके से पीछेसे आकर पकड़लिया था. औरबहोट देर तकवैसे ही रहकर बात कररहे थे. मैनेपहले मस्ती मज़ाकसमझी.

लेकिन थोड़ी देर बादजब हम दोनोशांत थे, औरवो तब भीपीछे थे, उन्होनेमुझे कस करपकड़ा और कहा, “तुम्हे नही शादीकरनी? सुहग्रत नहीमाननी?” मैने कहा, “मैं शादी नहीकरूँगी!” उन्होने कहा, “सिर्फ़सुहग्रात मनाओगी?” मैने बसहास के बातताल दी. वोतब भी मेरेपीछे से नहीहटे, हम दोनोशांत थे तभीमुझ पर पीछेसे अपने आपको रगड़ने लगे.

मुझे अजीब लगनेलगा, तभी उन्होनेअपने होंठ मेरेकान पर लगाकर कहा, “मेरेसाथ मनाओगी?” तबमैने, “क्या जीजू, आप भी!” कहकरअपना उनसे पीछाच्छुड़वाना चाहा, पर वोस्ट्रॉंग थे. उन्होनेमुझे और भीकस के पकड़ाऔर कहा, “मैंतो सिर्फ़ तुम्हारेसाथ ही मानूँगा!” मैं अपने आपको च्छुड़वा करनिकली वाहा से. नीचे जेया करउनकी तरफ देखाउनखी आँखों मेंमेरे लिए आगथी. लेकिन यूयेसेसआगे में मुझेयह समझ नहीआई.

मैं दूसरी दिन तकयह हादसा भूलभी गयी थी. जब उनको मालेपर देखा तबमुझे बात यादआई. मुझे लगामुझे जाना चाहिएलेकिन मैं फिरभी तहर गयीऔर वाहा परलेट कर उनसेबातें करती रही. हम दोनो यूसोए थे कीयश हुमारे बीचसोया था मेरीआँख लगने हीवाली थी कीथोड़ी देर बादगर्मी हो रहीहै कहकर वोमेरे बगल में कर सोगये.

फिर बात करतेवक़्त कहने लगेकी अगर मैंउन्हे कुच्छ सालोपहले दिखी होतीतो मुझहही सेशादी कर लेते. मैने हास दियायूयेसेस बात पर. थोड़ी देर बादवो मेरे काफ़ीकरीब खीसक गये. मुझे चिपके हुएथे. “कुच्छ भीकहो पर तुमहो बहोट खूबसूरतकहकर उन्होने मेरे गालोको चींटी निकलीऔर अपना हाथमेरे पेट कोलिपट कर रखदिया. मैं तभीबहोट नींद मेंथी इसलिए उन्हेडोर नही कियामैने.

उनकी भी आँखेंबंद थी. उन्होनेअपने तकिये कोमेरी तकिये सेजोड़कर मेरे सिरको एकद्ूम लगके अपना सिररख दिया. उनकामूह मेरी तरफथा. उनकी गरमसासें मेरे गलेपर लग रहीथी. मैने उनसेकहामैं आपकीबीवी नही जोआप इश्स तरहसोए है मेरेसाथयूयेसेस पर उन्होनेकहा,अर्रे आज रातको वो भीबना लूँगा.” वोमुझे और भीकस कर लेटगये और कहा, “देखा?

उनका हाथ मेरीकमर को कसकर लिपटा हुआथा और उनकाबदन आधा मुझपर. मुझे अबतोड़ा दर्र सालगने लगा. मैनेहास कर उनकोडोर करना चाहालेकिन वो भारीथे. मैने कहा,”क्या आपभी एक जवानलड़की को च्छेदरहे हो. आपकाबेटा है सामनेकुच्छ शरम हैया नही?” उन्होनेकहा, “अर्रे वोबिल्कुल बुरा नहीमानेगा. उसे भीतो मा चाहिए

मैने उनसे कहदिया, “आपको जोकरना है वोकरिए.” और अपनीआँखें बंद करदी. उन्होने कहा,” सोच लो क्यामाँग रही हो.” मैने भी कहदिया, “हन. अबमुझे सोने दीजिए.” तभी भी वोमुझ पर वैसेही सोए रहे. अब उनकी आँखेंभी बंद होगयी थी. ताकिहुई होने कीवजह से मैंभी सो गयी. कुच्छ देर बादवो उठकर कहीचले गये. Mआइननींद में हीथी. मुझे लगाही था वोमेरे साथ मस्तीकर रहे है.

अब मैं चैनसे सो सकतीथी थोड़ी देरबाद वो उपरआए और मुझपर वापस वैसेही सो गये. इश्स बार ज़्यादाकस कर अपनाजिस्म आधे सेज़्यादा मुझ पर, अपना पैर मेरेपैरो को लिपटकर, अपना सिर मेरीगले से लगाकर. उनकी गरम सासेंसीधे मेरी च्चतीको लग रहीथी. मैने आँखेंखोल कर देखातो दीं बल्बकी लाइट मेंमुझे दिखा कीउन्होने अपना कुर्तानिकल दिया थाऔर वो पूरीतरह शर्टलेस थे.

मैं दर्र गयीमैने उनकी हल्कीबालो वाली छ्चाटीको धक्का मारनाचाहा लेकिन वोभारी थे. मुझसेअब और जगानही जाने वालाथा. मैं सोगयी. मैं गहरीनींद में थीजब मुझे सासलेने में तकलीफ़होने लगी. मुझपरजीजू पूरी तरहसे लेट गयेथे. और आनेहोंठ मेरी गलेको लगा दियाथा उन्होने. वोअपना लंड भीमुझ पर रग़ादरहे थे.

मैने उनसे कहाहटने के लिए. उन्होने कुछ नहीकहा बल्कि मेरेगले को चूमनेलगे. मैं धक्कादे रही थी, उन्होने मेरे आँखोंमेी देखा, वोआउट ऑफ कंट्रोलथे उनपर जिस्मको भूक सवारथे. उन्होने मुझेकिस कर दिया. मैं भी उन्हेरिटर्न में किसकरने लगी. खीस्सपर मैं कुच्छदेर तक शांतहो गयी. वोकिस थी हीऐसी. वो मेरेमुममे मसालने लगे. मुझे बहोट हीसेक्सी महसूस होने लगा.

उन्होने -शर्टउपर किया औरनिपल्ले को चूसाऔर कटा. Mआइनहल्की हल्की आहेंभरने लगी. मैनेअभी उनसे कहा, “यह ग़लत है.” उन्होनेसस्शहकह करवो मुझे शांतकिया. उन्होने मेरा-शर्ट उतारदिया. मैने अपनीआँखें बंद करदी. अब वोमुझ पर पूरीतरह से चढ़के मुममे दबानेलगे, किस करनेलगे. उउठ गयेमुझ पर से, मुझे लगा कीउनका सब करनाख़तम हो गया.

मैने अपना -शर्ट लेनेके लिए आँखखोली तो, मेरेपैरो यहाखड़े थे औरउन्होने अपना पिजामाउतार दिया थासिर्फ़ अंडरवेर में थे. मैने पहली बारकिसी आदमी कोतभी नंगा देखा. यूयेसेस दीं लाइटमें उनका सावलानंगा बदन अभीभी याद करके मुझे चढ़तीहै. लेकिन तभीमैं दर्र गयीमुझेपटा नही थाअब क्या होगा. मैं जदली सेउठ गयी और-शर्ट पहननेलगी उनसे कहनेलगी, “बस हुआअभी.”

उन्होने मेरे मूहको ज़ोर सेपकड़ा और धमकायासाली तू किधरनही जाएगी. मेरेसाथ पूरी सुहग्रातमनाएगी. मेरा -शर्ट उन्होनेहाथ से खीचकर डोर फेकदिया. उनका बेटाबगल में सोयाथा. लेकिन उन्हेइश्स बात कीकोई फिकर नहीथी. अब वोमुझ पर सोकर मुझे जानवरोकी तरह चूमनेलगे. मैं बसचुप रह करदर्र ती रहीऔर मज़्ज़े लेतीरही. उन्होने मुझेबहोट काटा भी.

जब उन्होने मेरी स्वेआतपांतमें हाथ डालातो मैं औरभी दर्र गयी. मैने उनसे बीँतीकी लेकिन वोझापड़ लगाने कीधमकी देने लगे. और वो इतनेस्ट्रॉंग और पवरफुलथे की बहोटदर्र लगता थाउनसे. उन्होने मेरीस्वेआतपंतस निकल दीऔर पनटी भी. मैने बीँती की. मैं रोने हीवाली थी. उन्होनेमुझे चुप करवानेकेल इए किसकिया और अपनाहाथ मेरी छूटपर रगड़ने लगे.

मुझे बहोट अच्छालगने लगा फिरउन्होने मेरी छूटपे अपनी ज़बानलगा दी. मुझमें बिजली दौड़ी! वो मेरी छूटचाट ते रहेमैने अभी रेज़िस्टकरना बंद करदिया था. मेरीमूह सेकी आवाज़ें रही थीइसलिए उन्होने मुझसेअपनी बीच कीउंगली चुस्वाई. फिरउन्होने धीरे अपनीउंगली मिर छूटमें डाली. मैंचीखने ही वालीथी की उन्होनेमेरे मूह परहाथ रख दिया.

कुच्छ देर बादशांत हो गयीमैं. फिर मैंबहोट गीली होगयी (मैं इतनीगीली आज तकनही हुई थीसिर्फ़ कोई रोमॅंटिकसीन देखते वक़्तहोती थी..लेकिनइतना नही). वाहाओपन में हमनंगे थे, आजूबाजू वेल अगरजाग रहे होतेऔर माले कीबाल्कनी में आतेतो हूमें देखपाते. मुझे अभीपता चल गयाथा की आजसब कुछ होजाएगा. बस अबक्या और कैसेहोगा उन परथा.

फिर वो मुझेबाल्कनी में लेगये. वाहा परउन्होने मुझे बिताकर अपना लंडमूह में लेनेको कहा, मैनेजब नही लियातब अंदर हीघुसेड दिया उन्होने. उनका लंड 8इंचलंबा और 2 इंचजाड़ा लंड मेरीमूह से अंदरबाहर अंदर बाहरकर रहे थे. तभी छूट मेंभी उंगली अंदरबाहर कर रहेथे थोड़ी देरबाद मैं झाड़गयी.

उसके बाद उन्होनेमुझे बाल्कनी कीठंडी ज़मीन परलिटा दिया औरमेरे टाँगो केबीच करमुझे किस करतेहुए मेरे अंदरअपना लंड डालदिया. सर्प्राइज़िंग्ली मुझेज़्यादा दर्द नहीहुआ, जितना लोगकहते है. पहलेके धीरे धीरेधक्को के बादवो थोड़े तेज़हो गये. वोबस मुझे छोड़रहे थे, छोड़तेहुए मेरे कानमें बोल रहेथे

तू मेरी रंडीहै भोसड़ी वालीतुझे देख करही पागल होगया था मैंतुझ जैसी आजतक नही मिलीमैं तुझे अपनाबच्चा दूँगा तुझेरोज़ छोड़ूँगा तेरीशादी होने केबाद भी छोड़ूँगातेरे बाप केसामने भी छोड़ूँगाअब से तूमेरी रांड़ है. मुझे उनका नंगाकटीला भारी बदनपसीने से भरामुझ पर लिटाहुआ, उनकी आँखोंमें मेरे लिएप्यास अभी भीयाद है.

कुच्छ 10 मिनिट बाद उनकीबॉडी कापी औरवो रुक गये. वो मुझ परकुच्छ देर तकऐसे ही पड़ेरहे. वो उठगये और मुझेभी उठने कोकहा. मैं बिनावजह शरामणाक महसूसकरने की कोशिशकर रही थी, रोने की कोशिशकर रही थीजबकि मुझे बहोटमज़ा आया था. उन्होने मुझे उठायाऔर जहा हमपहले सोए थेवाहा पर लिटादिया, अपने बेटे बगल में.

हम पसीने से लथपथवैसे ही पड़ेरहे. वो मुझपरलेते हुए. कुच्छदेर बाद मैंकपड़े पहनने केलिए उठी, तोउन्होने माना करदिया कपड़े पहननेसे. कहने लगे, “हुआ नही हैअब तकमैने कहाकोई दरवाज़ा नहीहै यहा परकोई जाएगा. उन्होने कहाआनेदे. मैं डरतानही किसी से. और तू भीनही डरेगी. समझी? और जब मैंनही सुनी तबफिर मुझे झापड़मारने की धमकीदेने लगे.

मैने उनको डोरधकेल दिया तोमुझपर जानवरो कीतरह चढ़ गये. मुझे एकद्ूम वाइल्डफ्रेंच किस देनेलगे, मुममे काटनेलगे. अब मुझेपहले से ज़्यादामज़ा आने लगा. उन्होने फिर सेचुदाई शुरी की. इश्स बार कीजो चुदाई थीवो आज तककी सबसे बेस्टचुदाई थी. मुझेतब जो फीलहुआ आज तकफील नही होपाया. इसी फीलिंगके लिए इतनासेक्स करती हूलेकिन कोई नहीदे पता वो.

वो बैठ गयेऔर अपने लंडपर मुझे बितादिया और ऐसेही हम पीछेवापस लेट गयेचुड़ते हुए. वोइश्स बार मुझपर चढ़कर जानवरोकी तरह छोड़रहे थे, मेरेपैरो के बीच, मेरे पैर फैलाएहुए, उन्होने मुझेकंधो की तरफपकड़ा था औरमेरी आँखें मेंदेख कर मुझेछोड़ रहे थे, आवाज़ें भी कररहे थे. उनकाबदन मुझ परज़ोर से पटकरहा था.

तभी उनका बेटाउठा औरडॅडीडॅडीकरने लगा. उन्होने छोड़ना रुककर वैसेही मेरे उपरलेते उससे सोजाने को कहा. वो सोया भीनही था कीजीजू ने वापसचुदाई शुरू करदी. उनके बेटेकी आँखें बहोटदेर तक खुलीथी, हूमें देखरहा था वो. मैने उनसे कहाभी की आपकाबेटा देख रहाहै. उन्होने कहा, “देखने दे उसेभी, उसकी फॅवुरेटमासी को कैसेछोड़ रहा हूऔर उसकी तरफमूह करके मुझेछोड़ते रहे.

कुच्छ देर बादयश सो गया. इश्स बार उन्होनेचीक मेरे अंदरनही मेरी बॉडीपर गिराया. औरमुझ पर लेटकर मुझे किसकरते रहे, छोड़नेकी स्टाइल मेंही. उनका चीकपूरे बदन परफैल गया थाऔर हम पसीनापसीना हो गयेथे. इश्स बारमुझे और भीचाहिए था छुड़ाना. हम ऐसे हीपड़े रहे फिरकुच्छ देर बादकडपे पहन करसो गये. मैंकपड़े पहनते वक़्तखुद से उनकोकिस कर रहीथी. वो बोले, वाह तू भीसीख गयी! बनेगीना मेरी बीवी?


नेक्स्ट दे उन्होनेमुझे कॉंट्रॅसेप्टिव पिल्सखिलाए. उन्होने मुझे दोसाल और छोड़ा. वो साल मेंएक बार हीआते (गर्मियो कीच्छुटी में) लेकिनमुझे यूयेसेस वक़्तमें इतना छोड़तेकी क्या काहु! उनकी चुदाई सबसेअलग. उनका साला(कंचन दीदी काभाई, कुलदीप) उसेहम दोनो केबारे में पताहै. बल्कि उसनेतो हुमारी पूरीचुदाई देखी है. उससे कैसे पताचला यह मैंअगली स्टोरी मेंबता दूँगी. तबतक आप स्टोरीका रेस्पॉन्स sanjanas_hotass@yahoo.com पर भेज सकते है. ल्ल बेवेटिंग. बाइ.

Comments

Popular posts from this blog

INDIAN GIRLS USER IDs ---- KIK, WECHAT, SNAPCHAT, NIMBUZZ, FACEBOOK

INDIAN GIRLS USER IDs ---- KIK, WECHAT, SNAPCHAT, NIMBUZZ, FACEBOOK 1.  gudiya1 56. karishma96 111. rashi22 157. savita94 2. reshma62 57. karishma12 112. rashi7 158. savita95 3. Ayesha3 58. karishma7 113. rashi27 159. savita11 4. ruchi96 59. karishma18 114. rashi26 160. sapna5 5. akanksha18 60. megha21 115. rashi23 161. sejal24 6. akanksha27 61. latika1 116. rashi6 162. sejal29 7. akanksha24 62. latika4 117. rashi11 163. sejal16 8. akanksha22 63. lava555 118. rashi24 164. sejal1 9. akanksha21 64. mona16 119. rashmi 165. sejal11 10. akanksha20 65. leena22 120. reshmagupta 166. shalini21 11. arzoo7 66. alisha4 112. reshma23 167. shalini20 12. arzoo4 67. parul23 113. reshma7 168. shalini16 13. rashi9 68. mallika97 114. reshma4 169. shalini18 14. avantika89 69. mallika96 115. reshma92 170. shalini19 15. avantika10 70. mallika1 116. reshma68 171. shalini15 16. avantika12 71. mallika96 117. reshma96 172. shalini33 17. avantika8 72. megha23 118. reshma22 173. shal...

हाय मर गई कमीने.. फट गई मेरी..!

मेरी शादी को सिर्फ छह महीने हुए हैं , अभी पूरी तरह से लाल चूड़ा भी बाँहों से नहीं उतरा था . मैं शादी से पहले से ही सेक्स स्टोरीज़ पढ़ती आ रही हूँ . मैं सरकारी स्कूल में एक कंप्यूटर टीचर हूँ . मेरी नौकरी घर से सिर्फ पांच किलोमीटर की दूरी पर है . मैं दिखने में बेहद मस्त हूँ , जो भी मुझे देखता है उसका दिल मुझे चोदने का ज़रूर करता है . शादी से पहले मेरे काफी अफेयर रहे हैं , जिनके साथ मैंने बिस्तर भी सांझे किए थे , उनके साथ लेट - लेट कर मैं पूरी चुदक्कड़ बन गई थी . मेरे पति बिजली बोर्ड में सरकारी नौकरी करते हैं . उनकी पोस्टिंग दूसरे शहर में है . पहली पोस्टिंग ही दूसरे शहर में हुई . मेरे पति देखने में बहुत स्मार्ट हैं , हैण्डसम हैं , पर उनका लंड बहुत छोटा है . सुहागसेज पर उनके लंड को देखा तो दिल का सारा चाव खत्म होने लगा . कहाँ पहले मैं बहुत घबराई हुई थी कि कहीं उनको मालूम न चले कि मैं पहले से खेली - खाई हुई लड़की हूँ .

যৌৱনৰ সোৱাদ আৰু মিঠা সোৱঁৰণি…

মই মা - দেউতাৰ একমাত্ৰ ছোৱালী আছিলো । বৰ্তমান মোৰ বিয়া হৈ এটা সন্তানৰ মাতৃ । মা - দেউতা দুয়ো চাকৰি কৰিছিল । স্কুল - কলেজৰ পৰা অহাৰ পাছত মই দুই - তিনিঘণ্টা মান প্ৰায়ে অকলে বুঢ়ী আইতাৰ লগত থাকিব লগা হৈছিল । আইতাই কাণেদিও কম শুনিছিল , চকুৰে প্ৰায় দেখা নোপোৱাৰ নিচিনাই আছিল । বিচনাতে শুই থাকে । মই দৰকাৰ হ ’ লে সহায় কৰি দিওঁ । মই প্ৰথম যৌৱনৰ মিঠা মিঠা সোৱাদ তেতিয়াই লভিছিলো .. দেউতাৰ সমবয়সীয়া বন্ধু এজনৰ পৰা । পত্নীহীন মানুহজনৰ ওচৰতে ঘৰ হোৱা কাৰণে তেওঁৰ আমাৰ ঘৰলৈ সঘন আহ - যাহ আছিল … এদিন সন্ধিয়া তেওঁ আমাৰ ঘৰলৈ অহাৰ থিক আগে আগে মা - দেউতাহঁত অফিচৰ পৰা আহি পাইছিলহে । গৰম দিন আছিল । তেওঁক বহিবলৈ কৈ মা - দেউতা দুয়ো গা - ধুই ফ্ৰেচ হ ’ বলৈ সোমাইছিল । ঠিক তেনেতে কাৰেণ্ট যোৱাত মই মম এদাল লৈ তেওঁৰ ওচৰৰ টেবুল খনত থব যাওঁতে তেওঁ হঠাৎ মোৰ উৰুহাল পাছফালৰ পৰা মোহাৰি দি ফুচ - ফুচাই কৈছিল … তই মস্ত এজনী হৈ গ ’ লি দেই … । ছুটি ফ্ৰক এটা পিন্ধি আছিলো মই । তেওঁৰ হাতৰ পৰশত মোৰ কুমাৰী দেহটো শিয়ঁৰি উঠিছিল ...