ही फ्र्िएंडससस्स मैं अजय आगरा से फिर से एक बार नयी कहानी के साथ तो स्टोरी स्टार्ट होती मेरे दादी के नये घर से मेरी दादी का नया घर बन रहा था वाहा दिनभर काम चलता था एक फ्लोर कंप्लीट था दूसरा बॅन रहा था तो रात में मैं वही सोता था अकेले क्यूंकी नीचे वाले फ्लोर में हम समान शिफ्ट कर चुके थे क्यूंकी नीचे वाला फ्लोर पहले से बना हुआ था ,तो दोस्तो इस स्टोरी की हेरोईएनए है पड़ोस वाली भाभी निकिता जो एक टीचर है रंग सावला बॉल घने और लंबे चाल ऐसे हाए होश उड़ जाए चलते सेमी उनकी गांद ऐसे मटक थी है की क्या बतौ और बूब्स ऐसे की बस उनका ब्लाउस फाड़ के बाहर आ जाए वो हुस्न की पारी है, सदी में उनकी नेवल दिखती है वो इतनी डीप है और स्टमक एक दूं फ्लॅट उन्हे देखते लंड खड़ा हो जाए. उनका पति कुछ नही करता उनकी लोवे मॅरेज है और उनके कोई बच्चा नही है,
एक दिन की बात है काम चल रहा था बाहर से आवाज़ आई की अजय मैं बाहर निकला तो देखा पड़ोस वाली भाभी थी मैने कहा क्या हुआ भाभी बोली ज़रा काम था मैने कहा बोलिए तो उन्होने कहा घर में दीवाल टूटी है एक जगह से तो आप अपने मिस्त्री से कह के करवा दो छोटा काम है मैं अपने मिस्त्री को लेके उनके घर गया और ज़रा सा काम था मिस्त्री ने कर दिया मैं जेनी लगा तो भाभी बोली रूको अजय छाई पी लो मैने कहा नही आप परेशान मत हो तो वो बोली अरे बस होगआई तो
मैने कहा क उस दिन मैने पहली बार उन से बात की थी वो छाई लेके बाहर आई और हम बात करने लगे वो एकद्ूम मस्त लग रही थी एक दूं से मेरी नज़र उनके चेरे पे गयी और मैने कहा भाभी ये चोट कैसे आपको इतना कैसे लगा वो बोली स्लिप हो गयी थी प[आर वो गिरने जैसे निशान नही था और मैने दुबारा नही पूछा अब हम रोज़ बातें करते थे मैं उनके घर कभी कभी छाई भी पिता था एक दिन मैने उनसे पूछा आपके पति नही दिखते बस एक बार देखा उन्हे बोलीओो दिन भर गायब रहते रात में आते है मैने कहा जॉब तो ऐसे होती है उनकी आँख मेइनासु थे बोली वो कुछ नही करते और मेरी सॅलरी भी उड़ा देते है रात में पी कर आते है झगड़ा करते है मैने कहा भाभी एक बात पूचु तो वो बोली हन पूछो मैने कहा उस दिन वो घाव भी भैया की वजह से था वो रोने लगी और बोली हन मैं उनके पास गया और उनको चुप करने लगा और पूछा वो ऐसा क्यूँ करते है तो वो बोली उनको जॉब नही मिल रही उसकी फ्रस्ट्रेशन और एक प्राब्लम है मैने कहा क्या ,
तो वो बोली हुमारा बच्चा नही है इस वजह से और कमी उनमे है , मैने कहा उन्हे तो आपको रेस्पेक्ट देना छैइया की तब भी आप उनके साथ हो ,वो रो रही थी और बोल रही थी मेरे ज़िंदगी में कोई सुख नही है ना घर का ना बच्चे का ना पति का फिर मैने उन्हे चुप कराया, दूसरे दिन उन्होने दिन में मुझे आवाज़ लगाई छाई पीने के लिए मैं गया और बातें शुरू हो गयी वो बोली तुम जबसे मिले हो मुझे एक अच्छा दोस्त मिला है मैने कहा मुझे भी आपसे बात करना बहुत अच्छा लगता है भाभी मैने कहा भाभी आप इतनी सुंदर हो आपको कोई भी अच्छा लड़का मिल जाता भाभी बोली ये मेरा नसीब है मैने कहा आप डॉक के पास गयी भैया को लेके बोली हन डॉक ने बोला कुछ नही हो सकता उनके वाहा प्राब्लम है वो सेक्स भी नही कर सकते मैं शॉक हो गया मैने कहा मतलब आपने कभी सेक्स नही किया वो बोली नही और शांत हो गयी ,
फिर एक दूं से उठ के चली गयी किचन में मुझे लगा उन्हे बुरा लगा मैं पीछे पीछे गया देखा वो रो रही थी मैने उन्हे सॉरी बोला और चुप करके हग किया जब मैने उन्हे हग किया क्या फीलिन आई उनके बूब्स मेरी चेस्ट में घुस रहे एते मैं उनकी पीठ को सहलाने लगा उन्हे चुप करने के लिए उन्होने मुझे ज़ोर से पकड़ रखा था एक दूं से मेरा लंड खड़ा हो गया हम इतने करीब थे की उनको शायद मेरा लंड उनकी छूट पर गड़ता हुआ महसूस हुआ और उन्होने मुझे और कासके पकड़ लिया मैने उनका चेरा अपने हाथो में लिया और उन्हे किस करने को आगे बड़ा उन्होने आँखे बंद कर ली और मैं उन्हे स्मूच करने लगा वो बेजान सी खड़ी थी एक दूं से उन्हे क्या हुआ उन्होने मुझे ढाका दिया बोली दिस इस रॉंग मैं भी चुपचाप वाहा से चला गया.
दूसरे दिन दिन में भाभी ने मुझे छाई के लिए आवाज़ नही दी वो मुझे 1:00 बजे आवाज़ देती थी आज 1:30 बाज चुका था मैने सोचा वो नाराज़ है उन्हे कल के लिए सॉरी बोलना छाईए मैं अंदर गया घर खुला था वो कही नही थी मैं ढूनडता हुआ उनके बेडरूम में गया वो सो रही थी रोज़ की तरह उनके पति नही थे मैने देखा वो चादर ब्लंकेट ऑड के सो रही थी मैं उनके पास गया और बेड पे बैठ गया मैं उनके चेरे को देख रहा था वो मासूम सी और बहुत ही खूबसूरत लग रही थी मैं झुका और उनके लिप्स पर एक किस किया बस मैं उस किस के बाद जेनी ही वाला था भाभी ने करवट ली और ब्लंकेट हॅट गया मेरी आँखे अब खुली रह गयी भाभी पूरी नंगी थी,
मैनेआब हिम्मत करके पूरा ब्लंकेट हटाया उनके बूब्स ऐसे लग रहे थे जैसे इनका रस आज निचोड़ डालु छूट क्लीन शेव्ड थी और एक दूं प्यारी सी छोटी सी मैने मॅन बना लिया की आज इन्हे मैं सारी ख़ुसी दे दूँगा मैं बाहर गया और दरवाज़ा बंद किया जब वापस आया भाभी करवट ले चुकी थी और मूह के बाल सो रही थी मैने उनकी पीठ पे किस किया उनके गांद को प्रेस करता रहा और उन्हे पलट दिया अब मैने उनके होतो को किस कर रहा था और उनके बूब्स को मसल रह था कभी उनकी छूट को सहला रहा था करते करते मैं उनकी नेक पे किस करने लगा ,
अब मैने देखा उनके निपल्स एरेक्ट हो गये है तो मैं उनके बूब्स को सक करने लगा और उनकी छूट को मसालने लगा भाभी सिसकिय्ाआँ ले रही थी और भाभी सोने का नाटक कर रही थी मुझे अब कुछ समझ आ रहा था ये आक्सिडेंट नही बल्कि भाभी का रक्वहा हुआ प्लान था मैं उन्हे शर्मिंदा नही कर्ण चाहता था मैने ऐसे रिक्ट करता रहा जैसे वो सो रही है मैं उनके नेवल के पास गया और उसे चूमने लगा भाभी की सिसकारियाँ बदती जा रही थी और आआअहह उफफफफफफफफ्फ़ उउम्म्म्मममम की आवाज़े पूरे घर में गुज़ रही थी अब ,
मैं नीचे गया और उनकी छूट पे किस किया वो मचल गयी अब मैने जीभ से उनकी छूट को चाट रहा था चूस रहा था वो पागल सी हो गयी थी अपने बूब्स को मसल रही थी और मैने जैसे ही उनकी छूट पे बीते किया वो सहम गयी और आँख खोल कर मेरे र्राइव सरर को दबाने लगी अपनी छूट पर मैं अब समझ गया वो तैयार है मैं उपर हया और उनको किस किया वो मेरी जीभ को अपने मूह में डाल के सक कर रही थी मैने उनका हाथ अपने लंड पर रख दिया वो उसे सहलाने लगी और मैने उनसे कहा इसे चूसो वो श्रमने लगी म्बोली नही मैने कमरे की ली8 को बंद कर दिया कमरे में हल्की सी रोशनी तो वो लेतो थी मैं उनके मूह के पास गया और लंड उनके मूह पर रखा और उनके लिप्स पे रगड़ने लगा उन्होने मूह खोलके उसे चूसना स्टार्ट कर दिया मैं तो बस जन्नत में था अब भाभी ने अपनी बहे फैला के मुझे अपनी तरफ आने का इशारा किया मैने उनके उपर आ गया और किस करने लगा भाभी मेरा लंड अपपने हाथ में ले लिया और अपनी छूट पे रगड़ने लगी और अपनी छूट के छेड़ पे दबाने लगी मैने धक्का मार दिया
अब मेरा लंड आधा अंदर था भाभी किचूत एकद्ूम ती8 थी उनकी आअहह निकल गयी वो मुझे पागलो की तरह किस करने लगी मैने दूसरे झत्कजे में पूरा लंड अंदर कर दिया अब तो मुझे कासके बहो में जाकड़ रही थी मैं धक्के मारे जा रहा था वो उउउहह आआआहह उम्म्म्मममममम अजय धीरे धीरे करो अजया प्लस्सस्स्स्स्स्सस्स आराम से करो ऐसे बोल रही थी वो झाड़ चुकी थी और कमज़ोर सी हो गयी थी मैं धक्के लगाए जा रहा था और थोड़ी देर बाद मैं जब झड़ने वाला था मैने भाभी कहा मेरे निकलने वाला है मैं लंड निकल रहा हे कासके पकड़ लिया हू भाभी ने मूज़े कहा अंदर ही निकल दो और कासके पकड़ लिया मैने गरम गरम पानी उनकी छूट में छोड़ दिया और और हम ऐसे ही पड़े रहे थोड़ी देर बाद भाभी बातरूम में गयी और अपनी छूट को धो रही थी
मैं उनके पीछे गया उन्होने मेरे लंड को भी सॉफ किया हुने स्सत शवर लिया और ओरल सेक्स किया फिर हम सोफे आके टीवी देखने लगे हुंने कपड़े पहन लिए थे मैं जेनी को हुआ तो भहाही बोली छाई पीते जाओ और किचन में जाके छाई बनाने लगी मैं पीछे से गया और उनकेपीछे से नेक पे किस करने लगा और उनके बूब्स मसालने लगा भाभी फिर गरम हो गयी मैने उनके मॅक्सी उपर की और खड़े खड़े ही उन्हे झुका के उनकी छूट में पीछे से लंड डाल दिया और उन्हे छोड़ना स्टार्ट किया वो भी अपनी गंद आगे पीछे कर रही थी अब मैने उन्हे दीवाली से टीका दिया औरकिस्स करने लगा और सामने सेउंकी छूट में लंड डाल दिया हम दोनो खड़े थे सीधे और ऐसे की चुदाई कर रहे थे और किस कर रहे थे मैं उनके बूस भी मसल रहा था मैं फिर से उनकी छूट में ही झाड़ गया भाभी ने मुझे किस किया और बोली आज तुमने मेरे सपने पूरे कर दिए अजय मैने भी उन्हे हग किया अब कभी कभी भी मौका मिलता हम चुदाई करते रात में अकेला सोता था भाभी चुपके से आ जाती और हम चुदाई करते.